ETV Bharat / briefs

सफदरजंग अस्पताल में रोज आते हैं 500 डॉग बाइट केस, कई अस्पतालों में नहीं है वैक्सीन - vaccine

सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन की कमी से डॉग बाइट मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सफदरजंग अस्पताल में प्रतिदिन 500 से ज्यादा डॉग बाइट के केस आ रहे हैं.

सफदरजंग अस्पताल
author img

By

Published : Jun 26, 2019, 7:23 PM IST

Updated : Jun 26, 2019, 11:35 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में डॉग बाइट के केस दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं. सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन नहीं होने की वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

जानकारी के मुताबिक सिर्फ चुनिंदा सरकारी अस्पतालों में ही वैक्सीन मुहैया हो रहे हैं. इस बाबत सफदरजंग अस्पताल में भी इसका असर साफ देखा जा सकता है. जहां पर प्रतिदिन 500 से ज्यादा डॉग बाइट के केस आ रहे हैं, जिसके चलते डॉक्टरों के भी पसीने छूट रहे हैं.

सफदरजंग अस्पताल में बढ़े डॉग बाइट के मरीज

मरीजों का लगा है तांता
सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर प्रकाश ठाकुर का कहना है कि इन दिनों डॉग बाइट के केसों में काफी इजाफा हो रहा है. दरअसल जानवरों में इन दिनों गर्मी के चलते चिड़चिड़ापन हो जाता है. जिससे वह काटने को दौड़ते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप जानवरों से दूरी बनाकर रखें. उन्होंने बताया कि सफदरजंग अस्पताल में प्रतिदिन 500 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं. सामान्य दिनों में यह आंकड़ा 200 से 250 के करीब होता है.

अस्पतालों में वैक्सीन न होने से बढ़ी दिक्कत
डॉक्टर प्रकाश ठाकुर ने बताया कि कई अस्पतालों में इन दिनों वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. उन्होंने बताया कि सफदरजंग अस्पताल में वैक्सीन को लेकर कोई दिक्कत नहीं है. इसलिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि जो भी मरीज यहां पर पहुंच रहे हैं, उनको तुरंत उपचार मिल सके. उन्होंने बताया कि कुत्ते का काटना लोगों की जान तक ले सकता है. ऐसे में जरूरी है कि समय रहते उपचार लिया जाए.

इन बातों का रखें ध्यान
डॉक्टर ने बताया कि अगर आपको कुत्ता काटता है तो आप तुरंत साफ पानी से पहले उस हिस्से को धो लें और इसके बाद नजदीक में जो भी मेडिकल सुविधा मिले वहां टेटनस का इंजेक्शन जरूर लगवा लें. इसके बाद आप कुत्ते के काटने के वैक्सीन जरूर लगाएं. जिससे कि शरीर में लारवा और अधिक ना फैले.


उन्होंने बताया कि अधिकांश देखा गया है कि लोग कुत्ते के काटने पर घरेलू उचार पर ध्यान देने लगते हैं, लेकिन वह जानलेवा साबित हो सकता है. इसलिए जरूरी है कि आप इसका उपचार डॉक्टर की सलाह पर ही करें.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में डॉग बाइट के केस दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं. सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन नहीं होने की वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

जानकारी के मुताबिक सिर्फ चुनिंदा सरकारी अस्पतालों में ही वैक्सीन मुहैया हो रहे हैं. इस बाबत सफदरजंग अस्पताल में भी इसका असर साफ देखा जा सकता है. जहां पर प्रतिदिन 500 से ज्यादा डॉग बाइट के केस आ रहे हैं, जिसके चलते डॉक्टरों के भी पसीने छूट रहे हैं.

सफदरजंग अस्पताल में बढ़े डॉग बाइट के मरीज

मरीजों का लगा है तांता
सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर प्रकाश ठाकुर का कहना है कि इन दिनों डॉग बाइट के केसों में काफी इजाफा हो रहा है. दरअसल जानवरों में इन दिनों गर्मी के चलते चिड़चिड़ापन हो जाता है. जिससे वह काटने को दौड़ते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप जानवरों से दूरी बनाकर रखें. उन्होंने बताया कि सफदरजंग अस्पताल में प्रतिदिन 500 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं. सामान्य दिनों में यह आंकड़ा 200 से 250 के करीब होता है.

अस्पतालों में वैक्सीन न होने से बढ़ी दिक्कत
डॉक्टर प्रकाश ठाकुर ने बताया कि कई अस्पतालों में इन दिनों वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. उन्होंने बताया कि सफदरजंग अस्पताल में वैक्सीन को लेकर कोई दिक्कत नहीं है. इसलिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि जो भी मरीज यहां पर पहुंच रहे हैं, उनको तुरंत उपचार मिल सके. उन्होंने बताया कि कुत्ते का काटना लोगों की जान तक ले सकता है. ऐसे में जरूरी है कि समय रहते उपचार लिया जाए.

इन बातों का रखें ध्यान
डॉक्टर ने बताया कि अगर आपको कुत्ता काटता है तो आप तुरंत साफ पानी से पहले उस हिस्से को धो लें और इसके बाद नजदीक में जो भी मेडिकल सुविधा मिले वहां टेटनस का इंजेक्शन जरूर लगवा लें. इसके बाद आप कुत्ते के काटने के वैक्सीन जरूर लगाएं. जिससे कि शरीर में लारवा और अधिक ना फैले.


उन्होंने बताया कि अधिकांश देखा गया है कि लोग कुत्ते के काटने पर घरेलू उचार पर ध्यान देने लगते हैं, लेकिन वह जानलेवा साबित हो सकता है. इसलिए जरूरी है कि आप इसका उपचार डॉक्टर की सलाह पर ही करें.

Intro:रोजाना 500 से ज्यादा डॉग बाइट के आ रहे सफदरजंग अस्पताल में मरीज, डॉक्टर भी हलकान

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में डॉग बाइट के केस दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं और इसी कड़ी में दिल्ली सरकार के अस्पतालों वैक्सीन ना उपलब्ध होने की वजह से कुछ चुनिंदा सरकारी अस्पतालों में ही वैक्सीन मुहैया हो रही है. इस बाबत सफदरजंग अस्पताल में भी इसका असर साफ देखा जा सकता है. आपको बता दें कि यहां पर प्रतिदिन 500 से ज्यादा डॉग बाइट के केस आ रहे हैं, जिसके चलते डॉक्टरों के भी पसीने छूट जा रहे हैं.


Body:सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर प्रकाश ठाकुर ने बताया कि इन दिनों डॉग बाइट के केसों में काफी इजाफा होता है. दरअसल जानवरों में इन दिनों गर्मी के चलते चिड़चिड़ापन हो जाता है.जिससे वह काटने को दौड़ते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप जानवरों से दूरी बनाकर रखें. उन्होंने बताया कि सफदरजंग अस्पताल में प्रतिदिन 500 से ज्यादा मरीज जा रहे हैं. सामान्य दिनों में यह आंकड़ा 200 से 250 के करीब होता है.

अन्य अस्पतालों में वैक्सीन न होने के चलते बढ़ी है दिककित
उन्होंने बताया कि कई अस्पतालों में इन दिनों वैक्सीन उपलब्ध नहीं है.जिसके चलते कुत्ते काटने के मामले यहां पर ज्यादा है. उन्होंने बताया कि सफदरजंग अस्पताल में वैक्सीन को लेकर कोई दिक्कत नहीं है. इसलिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि जो भी मरीज यहां पर पहुंच रहे हैं, उनको तुरंत उपचार मिल सके. उन्होंने बताया कि कुत्ते का काटना लोगों की जान तक ले सकता है.ऐसे में जरूरी है कि समय रहते उपचार लिया जाए.

यह एहतियात जरूर बरतें
डॉक्टर ने बताया कि अगर आपको कुत्ता काटता है तो आप तुरंत साफ पानी से पहले उस हिस्से को धो ललें और इसके बाद नजदीक में जो भी मेडिकल सुविधा मिले वहां टिटनेस का इंजेक्शन जरूर लगवा लें.इसके बाद आप कुत्ते के काटने के वैक्सीन जरूर लगाएं. जिससे कि शरीर में लारवा और अधिक ना फैले. उन्होंने बताया कि अधिकांश देखा गया है कि लोग कुत्ते के काटने पर घरेलू उचार पर ध्यान देने लगते हैं. लेकिन वह जानलेवा साबित हो सकता है.इसलिए जरूरी है कि आप इसका उपचार डॉक्टर की सलाह पर ही करें.


Conclusion:फिलहाल जिस तरीके से राजधानी में कुत्ते काटने के मामले बढ़ रहे हैं.उसके बाद जरूरी है कि दिल्ली सरकार अपने सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन मुहैया कराए जिससे कि दूरदराज से आने वाले मरीज अपने आसपास मौजूद अस्पतालों में ही उपचार करा सकें.
Last Updated : Jun 26, 2019, 11:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.