विजयवाड़ा: आंध्र प्रदेश में जन प्रतिनिधियों की विशेष अदालत में एक बड़ा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है. मामले में विजयवाड़ा की डिप्टी मेयर शैलजा रेड्डी के पति और वाईएसआरसीपी नेता, जिन्हें पहले उनके खिलाफ दर्ज मामले के सिलसिले में अदालत में पेश होना पड़ा था, इस बार उन्होंने अपने ड्राइवर को अदालत में अपनी जगह पर पेश होने के लिए भेज दिया. जब इस मामले का खुलासा होते ही वहां मौजूद लोग हैरान रह गए.
इस हरकत के बाद न्यायाधीश ने YSRCP नेता को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की. इसके बाद वाईएसआरसीपी नेता ने इसके लिए माफी मांगी. आपको बता दें कि 29 अगस्त, 2015 को वाईएसआरसीपी ने केंद्र सरकार से आंध्र प्रदेश राज्य को विशेष दर्जा देने की मांग करते हुए राज्य बंद का आयोजन किया था. एनटीआर ने जिला विजयवाड़ा पंडित नेहरू बस स्टेशन पर एक धरने में भाग लिया था.
इस दौरान कृष्णा लंका पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. डिप्टी मेयर के पति श्रीनिवास रेड्डी भी उनमें से एक हैं. मामला अभी भी पीपुल्स स्पेशल कोर्ट में लंबित है. श्रीनिवास रेड्डी मंगलवार को अदालत के स्थगन में उपस्थित नहीं हुए. उन्होंने अपनी जगह अपने ड्राइवर मुरारी को भेज दिया. जब कोर्ट क्लर्क इस मामले की सुनवाई के लिए आरोपियों के नाम पुकार रहा था, तभी श्रीनिवास रेड्डी की जगह ड्राइवर मुरारी कोर्ट हॉल में दाखिल हो गए.
उम्र के अंतर के कारण मुरारी लड़खड़ा रहे थे और कोर्ट स्टाफ ने उन्हें रोका. फिर उनसे पूछताछ की गई. मुरारी ने जवाब दिया कि वह श्रीनिवास रेड्डी नहीं है और वह तब आया था, जब श्रीनिवास रेड्डी वॉशरूम गए थे. इस हरकत से नाराज जज गायत्री देवी ने अधिकारियों को श्रीनिवास रेड्डी को तलब करने का आदेश दिया. कुछ ही देर बाद श्रीनिवास रेड्डी अदालत में पेश हुए. जज गायत्री देवी ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि आपको कोर्ट की परवाह नहीं है. जज ने इसके लिए श्रीनिवास रेड्डी से माफीनामा लिया.