बस्ती: जिले में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां ससुराल जाने के लिए एक युवक को कोई साधन नहीं मिला तो उसने पुलिस की ही गाड़ी चुरा ली. शहर कोतवाल की सरकारी गाड़ी रविवार को अचानक गायब होने से हड़कंप मच गया. आनन-फानन में खोजबीन शुरू हुई. जिलेभर में खोजबीन के बीच थोड़ी देर बाद पता चला कि गाड़ी परसा चौराहे के पास एक पटरा-बल्ली के ढेर से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई है.
दरअसल, रविवार को जिले की प्रभारी मंत्री बेबीरानी मौर्य के प्रोटोकॉल में कोतवाल संजय कुमार की अपनी ड्यूटी करने सोनूपार पहुंची थी. कार्यक्रम में भारी भीड़ होने के चलते वाहन पार्किंग में जगह नहीं मिली तो कोतवाल के वाहन से उतरने के बाद चालक दीपेंद्र यादव सड़क पर ही गाड़ी कर थोड़ी दूर छांव में जाकर बैठ गया. इसी दौरान मुंडेरवा थाना क्षेत्र के छपियालुटावन गांव निवासी हरेंद्र (30) पहुंचा और पुलिस की गाड़ी खाली और चाभी देखकर रुक गया. जब लोग कार्यक्रम में व्यस्त थे तो हरेंद्र मौका पाकर गाड़ी लेकर फरार हो गया. इसी बीच चालक दीपेंद्र ने गाड़ी की ओर देखा तो गायब थी. इसके बाद उसने इधर-उधर देखना शुरू किया तो दूर गाड़ी जाती दिखी. इसकी जानकारी तुरंत दीपेंद्र ने साथी पुलिसकर्मियों को दी.इसे भी पढ़ें-पुलिस मुठभेड़ में तीन बदमाश हुए घायल, सिपाही को भी लगी गोली
इसके बाद आनन-फानन में पुलिसकर्मी वाहन की ओर दौड़ पड़े. पुलिस की गाड़ी लेकर दीपेंद्र दो किलोमीटर दूर पहुंचा था तभी उसे पुलिस वाले पीछे से नजर आए. जिससे वह घबरा गया और वाहन अनियंत्रित होकर परसा चौराहे के पास एक पटरा-बल्ली के ढेर टकराकर पलट गई. हादसे में वाहन का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. इससे पहले वाहन चोर भाग पाता पुलिस ने उसे धर दबोचा. युवक ने बताया कि वह कोतवाली क्षेत्र के ही करियापार गांव में अपने ससुराल में जा रहा था. बताया जा रहा है कि आरोपी नशे में था और परिजनों से विवाद करने के बाद वह नाराज होकर घर से निकला था. एएसपी दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि एक सिरफिरा युवक पुलिस की गाड़ी चुराकर ले जा रहा था. आरोपी युवक को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई और मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है. वहीं, लापरवाही बरतने पर चालक दीपेंद्र को लाइन हाजिर कर दिया है.