नई दिल्ली : किसान प्रदर्शन में राजनीतिक दल या नेता की भागीदारी को लेकर दीप सिद्धू ने योगेंद्र यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वह किसान नेता नहीं हैं, वह अपनी राजनीति के चलते किसान धरने में शामिल हुए हैं.
उन्होंने कहा कि किसान पहले दिन से ही कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं. इस वजह से किसान संगठनों द्वारा किसी भी राजनीतिक दल या नेता की भागीदारी से इनकार किया गया है.
सिद्धू ने कहा कि योगेंद्र यादव अमित शाह की भाषा बोल रहे हैं. दीप सिद्धू ने कहा कि जब इन कानूनों के विरोध में किसानों ने नवंबर में दिल्ली की ओर मार्च किया था, तो योगेंद्र यादव सरकारी वाहन में बैठकर धरने को बुराड़ी मैदान ले जाने की घोषणा कर रहे थे. यह कहना कि सरकारें अपने आदमियों को धरने पर बैठा देती हैं. जिसके तहत सरकार की ओर से योगेंद्र यादव बोल रहे थे.
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बता दें कि सिद्धू पर दिल्ली में 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के आरोप लगे थे. कोविड दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के आरोप में सिद्धू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.