गिरिडीह: जैन आचार्य श्री 108 प्रसन्न सागर जी महाराज ने महापरणा महोत्सव में पहुंचे योग गुरु बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनाये गए डॉक्यूमेंट्री पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि जिस तरह से भारत पराधीनता और गुलामियों की निशानियों को मिटाता हुआ सनातन गौरव के साथ आगे बढ़ रहा है. ऐसे में शत्रु ताकतें सक्रिय हैं. विदेशी ताकतें ही इस तरह की हरकत कर रही है. ऐसी हरकतें सिर्फ भारत और प्रधानमंत्री को बदनाम करने के लिए किया जा रा है.
उन्होंने कहा कि जातीय विद्वेष फैलाकर देश को गृह युद्ध में धकेलने के लिए षडयंत्र है और देश को इसका बहिष्कार करना चाहिए. उन्होंने जैनाचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज के 557 दिनों का मौन व्रत पर बोले की यह सबसे बड़ा तप है. उन्होंने कहा कि जैसे जैन मुनि जीतें हैं उसका एक प्रतिशत भी समाज अनुकरण कर ले समाज तमाम तरह के चारित्रिक पतन से बच सकता है.
लगेगा का योग शिविर: बाबा रामदेव ने कहा कि मधुबन के इस पवित्र धरा पर रविवार को योग शिविर लगेगा. उन्होंने कहा कि आज आचार्य का दर्शन हुआ जिससे मैं धन्य हो गया. यहां बता दें कि बाबा रामदेव इससे पहले मधुबन फुटबॉल मैदान में आयोजित जैन आचार्य श्री 108 प्रसन्न सागर जी महाराज ने महापारणा महोत्सव में शामिल हुए. यहां पर आचार्य का दर्शन करने के बाद लोगों को सम्बोधित किया.
गौरतलब हो कि जैन धर्म के चौबीस में से बीस तीर्थंकरों की निर्वाणभूमि सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखर जी पारसनाथ में अन्तर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज कठिन सिंघनिष्क्रीडित व्रत व मौन साधना में लीन रहें. अन्तर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज 557 दिन की अखंड मौन साधना व एकांतवास में रहे. पारसनाथ पर्वत की सर्वोच्च चोटी पर स्थित गुफा में 557 दिन की कठिन सिंघनिष्क्रीडित व्रत की यात्रा के दौरन 61 दिन की पारणा विधि यानी आहार चर्या पूरी कर 496 दिनों का निर्जला उपवास भी रखा.