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दुनियाभर में करोड़ों लोग हो सकते हैं भुखमरी का शिकार

संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने चेतावनी दी कि भुखमरी दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए एक वास्तविकता बन सकता है. हाल की ही रिपोर्ट के अनुसार इथियोपिया, मेडागास्कर, दक्षिण सूडान और यमन के 584,000 लोग पहले से ही भुखमरी जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं.

भुखमरी का शिकार
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Published : Jun 23, 2021, 2:27 PM IST

हैदराबाद : संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने चेतावनी दी कि भुखमरी दुनियाभर में करीब 4.10 करोड़ लोग भुखमरी का शिकार हो सकते है. पहले से ही यह चार देशों में मौजूद है. जिनमें इथियोपिया, मेडागास्कर, दक्षिण सूडान और यमन शामिल है. 584,000 लोग प्रभावित हुए है.

डब्ल्यूएफपी के कार्यकारी निदेशक डेविड बेस्ली ने 21 जून को डब्ल्यूएफपी के कार्यकारी बोर्ड को संबोधित करते हुए कहा, मैं 2021 में जो देखा रहा हूं, उससे मैं दुखी हूं. हमारे चार देश हैं जहां भुखमरी जैसी स्थितियां मौजूद हैं. यदि आप संख्याओं को देखें तो यह दुखद है. मैं बेहद चिंतित हूं.

मदद की जरूरत

हाल की ही रिपोर्ट के अनुसार इथियोपिया, मेडागास्कर, दक्षिण सूडान और यमन के 584,000 लोग पहले से ही भुखमरी जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं. नाइजीरिया और बुर्किना फासो भी चिंता का विषय हैं. बेस्ली ने कहा 2011 में सोमालिया में 2,60,000 लोग भुखमरी से मर गए. जब लोगों को अब हमारी मदद की जरूरत है, तो हम मौत की संख्या पर बहस नहीं कर सकते हैं.

खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी

डब्ल्यूएफपी विश्लेषणों के अनुसार दुनिया के 43 देशों में 4.10 करोड़ लोग भुखमरी (आईपीसी चरण 4/आपातकाल) के कगार पर है. यह संख्या 2019 में 2.7 करोड़ थी.

डब्ल्यूएफपी ने कहा इस साल भुखमरी में वृद्धि आवश्यक खाद्य पदार्थों पदार्थों की बढ़ती कीमतों, पहले से मौजूद संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और आर्थिक संकट की वजह से हुई है.लेकिन इस साल बुनियादी खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी से खाद्य सुरक्षा पर दबाव बढ़ रहा है. वैश्विक मक्के की कीमतें साल-दर-साल लगभग 90% बढ़ गई हैं, जबकि इसी अवधि में गेहूं की कीमतें लगभग 30% बढ़ गई हैं.

पढ़ें : वर्ल्ड हंगर डे : जानें इसका इतिहास और लॉकडाउन में कितनी बढ़ी भुखमरी

इतिहास का सबसे बड़ा अभियान

लेबनान, नाइजीरिया, सूडान, वेनेजुएला और जिम्बाब्वे जैसे देशों में खाद्य असुरक्षा को बढ़ावा मिल रहा है. कई देशों में मुद्रा मूल्यह्रास(currency depreciation )दबावों को बढ़ा रहा है और कीमतों को और भी अधिक बढ़ा रहा है.इस वर्ष डब्ल्यूएफपी अपने इतिहास का सबसे बड़ा अभियान चला रहा है. डब्ल्यूएफपी इस वर्ष 139 मिलियन लोगों को लक्षित करके भोजन और पोषण संबंधी सहायता प्रदान कर रहा है. बेस्ली ने कहा यह कितना बुरा है .4.10 करोड़ लोग भुखमरी के कगार पर है .उनको बचाने के लिए हमे 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की आवश्यकता है. हमें फंडिंग की जरूरत है

हैदराबाद : संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने चेतावनी दी कि भुखमरी दुनियाभर में करीब 4.10 करोड़ लोग भुखमरी का शिकार हो सकते है. पहले से ही यह चार देशों में मौजूद है. जिनमें इथियोपिया, मेडागास्कर, दक्षिण सूडान और यमन शामिल है. 584,000 लोग प्रभावित हुए है.

डब्ल्यूएफपी के कार्यकारी निदेशक डेविड बेस्ली ने 21 जून को डब्ल्यूएफपी के कार्यकारी बोर्ड को संबोधित करते हुए कहा, मैं 2021 में जो देखा रहा हूं, उससे मैं दुखी हूं. हमारे चार देश हैं जहां भुखमरी जैसी स्थितियां मौजूद हैं. यदि आप संख्याओं को देखें तो यह दुखद है. मैं बेहद चिंतित हूं.

मदद की जरूरत

हाल की ही रिपोर्ट के अनुसार इथियोपिया, मेडागास्कर, दक्षिण सूडान और यमन के 584,000 लोग पहले से ही भुखमरी जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं. नाइजीरिया और बुर्किना फासो भी चिंता का विषय हैं. बेस्ली ने कहा 2011 में सोमालिया में 2,60,000 लोग भुखमरी से मर गए. जब लोगों को अब हमारी मदद की जरूरत है, तो हम मौत की संख्या पर बहस नहीं कर सकते हैं.

खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी

डब्ल्यूएफपी विश्लेषणों के अनुसार दुनिया के 43 देशों में 4.10 करोड़ लोग भुखमरी (आईपीसी चरण 4/आपातकाल) के कगार पर है. यह संख्या 2019 में 2.7 करोड़ थी.

डब्ल्यूएफपी ने कहा इस साल भुखमरी में वृद्धि आवश्यक खाद्य पदार्थों पदार्थों की बढ़ती कीमतों, पहले से मौजूद संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और आर्थिक संकट की वजह से हुई है.लेकिन इस साल बुनियादी खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी से खाद्य सुरक्षा पर दबाव बढ़ रहा है. वैश्विक मक्के की कीमतें साल-दर-साल लगभग 90% बढ़ गई हैं, जबकि इसी अवधि में गेहूं की कीमतें लगभग 30% बढ़ गई हैं.

पढ़ें : वर्ल्ड हंगर डे : जानें इसका इतिहास और लॉकडाउन में कितनी बढ़ी भुखमरी

इतिहास का सबसे बड़ा अभियान

लेबनान, नाइजीरिया, सूडान, वेनेजुएला और जिम्बाब्वे जैसे देशों में खाद्य असुरक्षा को बढ़ावा मिल रहा है. कई देशों में मुद्रा मूल्यह्रास(currency depreciation )दबावों को बढ़ा रहा है और कीमतों को और भी अधिक बढ़ा रहा है.इस वर्ष डब्ल्यूएफपी अपने इतिहास का सबसे बड़ा अभियान चला रहा है. डब्ल्यूएफपी इस वर्ष 139 मिलियन लोगों को लक्षित करके भोजन और पोषण संबंधी सहायता प्रदान कर रहा है. बेस्ली ने कहा यह कितना बुरा है .4.10 करोड़ लोग भुखमरी के कगार पर है .उनको बचाने के लिए हमे 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की आवश्यकता है. हमें फंडिंग की जरूरत है

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