मथुरा: करवा चौथ का व्रत महिलाएं अपने सुहाग अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखती हैं. वहीं, जिला कारागार मथुरा में निरुद्ध महिला कैदी भी करवा चौथ का व्रत जेल के अंदर ही रख रही हैं. जिला कारागार प्रशासन ने भी महिलाओं के व्रत रखने के लिए पूरे इंतजाम कर दिए हैं. कुल 77 महिला बंदी है, जिनमें से 32 महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख रही हैं.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि जिला कारागार मथुरा में हर त्योहार को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. रक्षाबंधन के पर्व को भी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया था, जेल प्रशासन ने उस त्योहार पर अपनी पूरी सहभागिता रखी थी. कोई कलाई सूनी न रह जाए, इसके लिए रक्षाबंधन का त्योहार मनाया था. जेल अधीक्षक ने बताया कि कारागार मंत्री की और डीजीपी आनंद कुमार की प्रेरणा से कारागार प्रशासन बंदियों के साथ मिलकर त्योहार मना रहा है.
इसी कड़ी में आज मथुरा कारागार में करवा चौथ का त्योहार मनाया जा रहा है. करवा चौथ व्रत के लिए जेल प्रशासन द्वारा विशेष इंतजाम किए हैं और कुछ एनजीओ से हमने संपर्क किया गया है. जेल प्रशासन और एनजीओ की पहल पर करवा चौथ में पूजा के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री उपलब्ध कराई गई है. इसके अलावा महिलाओं के मेकअप के लिए ब्यूटीशियन की व्यवस्था भी कराई गई है. महिलाओं को मेकअप की किट दी गई है.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में जिला कारागार मथुरा में लगभग 77 महिलाएं निरुद्ध है, जिसमें से 32 महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख रही हैं. जिसमें से 10 महिलाएं ऐसी हैं, जिनके पति बाहर हैं. बाकी महिलाओं के पति कारागार के अंदर हैं. जिन महिलाओं के पति कारागार के अंदर हैं उनके पतियों को पूजा में शामिल कराया जाएगा. इसके अलावा जिन महिलाओं के पति बाहर हैं, उनको वीडियो कॉल के माध्यम से वार्ता कराई जाएगी.
मेरठ में सलाखों के पीछे बंद 47 सुहागिनों ने रखा व्रत
देशभर में आज करवा चौथ का पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु की कामना के साथ व्रत रखती हैं. करवा चौथ के त्योहार के दिन रात में जब चांद निकलता है, तब पत्नियां पति की पूजा कर व्रत खोलती हैं. इस बार मेरठ की चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में बंद 47 महिला बंदियों ने करवा चौथ का व्रत रखा. जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जिला कारागार मेरठ में निरुद्ध महिलाओं ने अपने अपने पति की दीर्घायु के लिए श्रद्धा एवं आस्था के पर्व पर व्रत रखा है. उन्होंने बताया कि व्रत रखने वाली सभी महिलाओं के लिए व्रत से संबंधित सामग्री जैसे करवा, कैलेंडर, छलनी, मिठाई दीपक इत्यादि सामग्री कारागार प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराई गई है. जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जिला कारागार में निरुद्ध सुहागिन महिलाएं जिन्होंने व्रत रखा है, उनको चांद निकलने पर कारागार में निरुद्ध उनके पतियों से कारागार नियमों के अंतर्गत मिलवाया जाएगा. जिन महिलाओं के पति जेल के बाहर हैं, उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. वह चांद का दीदार करके या तश्वीर देखकर अपना व्रत तोड़ सकतीं हैं.
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