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वैक्सीन से मिली इम्यूनिटी चुरा लेगा कोरोना का ओमीक्रोन वैरिएंट : WHO

अभी तक कोरोना के नए ओमीक्रोन वैरिएंट को लेकर जारी रिसर्च के आंकड़े मौजूद नहीं हैं. मगर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि सामान्य तौर से माइल्ड लक्षणों वाला ओमीक्रोन वैरिएंट वैक्सीन से मिली इम्यूनिटी का प्रभाव कम कर सकता है. साउथ अफ्रीका में मिले साक्ष्यों से पता चला है कि 2.2 दिनों में ओमीक्रोन से संक्रमण केस दोगुने हो रहे हैं

Omicron reduces vaccine efficacy
Omicron reduces vaccine efficacy
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Published : Dec 13, 2021, 1:43 PM IST

हैदराबाद : कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट न सिर्फ सबसे ज्यादा म्यूटेट हो रहा है बल्कि यह तेजी से फैल भी रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आगाह किया है कि भले ही इस वैरिएंट के लक्षण गंभीर नहीं हैं मगर यह कोविड वैक्सीन के प्रभाव को कम करता है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि 9 दिसंबर तक ओमिक्रॉन 63 देशों में फैल चुका है. दक्षिण अफ्रीका में इसे तेजी से फैलने वाले वैरिएंट के रूप में देखा गया, जहां डेल्टा का असर काफी कम था. मगर अगर इसका ट्रांसमिशन आबादी में हुआ तो यह खतरनाक रूप भी दिखा सकता है. ओमीक्रोन डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले तेजी से फैलता है.

हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि अभी तक ओमीक्रोन को लेकर सीमित साक्ष्यों के आधार पर ज्यादा डेटा उपलब्ध नहीं हैं. मगर साउथ अफ्रीका में मिले नतीजों से यह सामने आया है कि ओमीक्रोन इम्युनिटी और टीकाकरण के प्रभाव को कमजोर कर रहा है.

  • There are limited available data, and no peer-reviewed evidence, on vaccine efficacy or effectiveness to date for Omicron. Preliminary evidence suggests a reduction in vaccine efficacy against infection & transmission associated with Omicron https://t.co/tOu6iIvFZP #COVID19 https://t.co/HRxoRZOJvi

    — World Health Organization (WHO) (@WHO) December 12, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि भारत में ओमीक्रोन के 38 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. दिल्ली, चंडीगढ़, गुजरात, आंध्रप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक में इससे संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. केरल में भी इसकी एंट्री हो चुकी है, वहां एक मरीज में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. ये सभी केस संक्रमित देशों से आए नागरिकों में मिले हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन भी ओमीक्रोन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में डाल चुका है.

ब्रिटेन में हुए एक रिसर्च में यह सामने आया है कि अगर सुरक्षा और बचाव के उपाय नहीं किए गए तो यूके में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट से 25,000 से 75,000 मौतें हो सकती हैं. ब्रिटेन में ओमीक्रोन के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. साउथ अफ्रीका में अब ओमीक्रोन संक्रमण के 37,875 मामले रोजाना आ रहे हैं. स्टडी के अनुसार, 2.2 दिनों में इससे जुड़े मामले दोगुने हो रहे हैं. बता दें कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमण का पहला मामला 24 नवंबर को साउथ अफ्रीका में सामने आया था.

पढ़ें : कोरिया के वैज्ञानिकों ने ईजाद की नई तकनीक, 20 मिनट में होगी ओमीक्रोन की जांच

हैदराबाद : कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट न सिर्फ सबसे ज्यादा म्यूटेट हो रहा है बल्कि यह तेजी से फैल भी रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आगाह किया है कि भले ही इस वैरिएंट के लक्षण गंभीर नहीं हैं मगर यह कोविड वैक्सीन के प्रभाव को कम करता है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि 9 दिसंबर तक ओमिक्रॉन 63 देशों में फैल चुका है. दक्षिण अफ्रीका में इसे तेजी से फैलने वाले वैरिएंट के रूप में देखा गया, जहां डेल्टा का असर काफी कम था. मगर अगर इसका ट्रांसमिशन आबादी में हुआ तो यह खतरनाक रूप भी दिखा सकता है. ओमीक्रोन डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले तेजी से फैलता है.

हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि अभी तक ओमीक्रोन को लेकर सीमित साक्ष्यों के आधार पर ज्यादा डेटा उपलब्ध नहीं हैं. मगर साउथ अफ्रीका में मिले नतीजों से यह सामने आया है कि ओमीक्रोन इम्युनिटी और टीकाकरण के प्रभाव को कमजोर कर रहा है.

  • There are limited available data, and no peer-reviewed evidence, on vaccine efficacy or effectiveness to date for Omicron. Preliminary evidence suggests a reduction in vaccine efficacy against infection & transmission associated with Omicron https://t.co/tOu6iIvFZP #COVID19 https://t.co/HRxoRZOJvi

    — World Health Organization (WHO) (@WHO) December 12, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि भारत में ओमीक्रोन के 38 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. दिल्ली, चंडीगढ़, गुजरात, आंध्रप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक में इससे संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. केरल में भी इसकी एंट्री हो चुकी है, वहां एक मरीज में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. ये सभी केस संक्रमित देशों से आए नागरिकों में मिले हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन भी ओमीक्रोन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में डाल चुका है.

ब्रिटेन में हुए एक रिसर्च में यह सामने आया है कि अगर सुरक्षा और बचाव के उपाय नहीं किए गए तो यूके में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वैरिएंट से 25,000 से 75,000 मौतें हो सकती हैं. ब्रिटेन में ओमीक्रोन के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. साउथ अफ्रीका में अब ओमीक्रोन संक्रमण के 37,875 मामले रोजाना आ रहे हैं. स्टडी के अनुसार, 2.2 दिनों में इससे जुड़े मामले दोगुने हो रहे हैं. बता दें कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमण का पहला मामला 24 नवंबर को साउथ अफ्रीका में सामने आया था.

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