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गुजरात को कब मिलेगी बुलेट ट्रेन? जानिए कहां लटका पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट

मोदी सरकार का सबसे महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (Mumbai-Ahmedabad bullet train project) हमेशा किसी न किसी वजह से विवादों में रहा है. एक तरफ महाराष्ट्र सरकार इस प्रोजेक्ट को लेकर ढिलाई बरत रही है तो दूसरी तरफ अहमदाबाद साबरमती भूमि के अधिग्रहण को लेकर 318 लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. जिसके चलते यह सवाल उठ रहा है कि क्या मोदी सरकार की यह योजना समय से पूरा हो पाएगी या नहीं. आइए जानते हैं...

बुलेट ट्रेन
बुलेट ट्रेन
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Published : Jun 23, 2021, 2:44 AM IST

Updated : Jun 23, 2021, 6:59 AM IST

अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (Mumbai-Ahmedabad bullet train project) में नित अड़चने सामने आती जा रही है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए अहमदाबाद स्थित एक झुग्गी कॉलोनी से हटाए गए 318 लोगों ने पुनर्वास के लिए गुजरात उच्च न्यायालय (Gujarat High Court ) का रुख किया है. लोगों ने याचिका में मांग की है कि सरकार पुनर्वास व्यवस्था का आदेश दे. पीठ ने याचिका की अग्रिम प्रतियां पश्चिम रेलवे, नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन और अहमदाबाद नगर निगम को देने का निर्देश दिया.

मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ (Chief Justice Vikram Nath) और न्यायमूर्ति बिरेन वैष्णव (Justice Biren Vaishnav) की खंडपीठ ने विस्थापितों की याचिका पर सुनवाई की. हालांकि, कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई स्थगित कर दी गई दी थी. और मामले की सुनवाई अब सोमवार को होने की संभावना है.

यह वर्तमान में 508.17 किलोमीटर लंबी मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल परियोजना का निर्माण कर रहा है, जिसे बुलेट ट्रेन परियोजना के रूप में जाना जाता है. 508.17 किमी के रूट में 12 स्टेशन बनाए जाएंगे.

ट्रेन 12 स्टेशनों पर रूकेगी
(1) साबरमती (2) अहमदाबाद (3) आनंद (4) वडोदरा (5) भरूच (6) सूरत (7) बिलिमोरा (8) वापी (9) बोइसर (10) विरार (11) थाणे (12) मुंबई.

इस परियोजना के लिए 28 पुलों के निर्माण करने का ठेका दिया गया है.

प्रोजेक्ट दो चरणों में किया जाएगा शुरू
इस प्रोजेक्ट में सबसे बड़ी दिक्कत महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण को लेकर आ रही है, जिसके चलते अब यह प्रोजेक्ट मुंबई तक ना चलकर गुजरात में ही सीमित होने की बात कही जा रही है. यानी यह प्रोजेक्ट अब दो चरणों में शुरू किया जाएगा. बुलेट ट्रेन जब शुरू होगी तब यह ट्रेन अहमदाबाद से लेकर गुजरात के बॉर्डर वापी तक चलाई जाएगी.

मोदी सरकार ने दिसंबर 2023 तक बुलेट ट्रेन शुरू करने का लक्ष्य रखा है. बुलेट ट्रेन परियोजना की अनुमानित लागत 1.08 लाख करोड़ रुपये निर्धारित की गई है. इसमें से 81 फीसदी हिस्सा जापान से उधार जाएगा. 2022 में आजाद भारत 75 साल को हो जाएगा. इसलिए केंद्र सरकार को उम्मीद है कि बुलेट ट्रेन परियोजना इस साल के अगस्त में शुरू होगी. इस परियोजना को लेकर राजनीति होने लगी है. जिसके चलते यह प्रोजेक्ट धराशायी हो नजर आ रहा है.

पीयूष गोयल का बयान
10 मार्च 2021 को लोकसभा में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड ट्रेन परियोजना में महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार पर असहयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि गुजरात में परियोजना के लिये 95 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण हो चुका है, जबकि महाराष्ट्र में अभी तक 24 प्रतिशत जमीन ही हासिल की जा सकी है.

उन्होंने कहा था लेकिन हमें खेद है कि महाराष्ट्र में जब से नयी सरकार (महाविकास आघाड़ी) आई है, राज्य में इस परियोजना पर पूर्ण विराम लगा दिया गया है.

1,908 किसानों ने जताया विरोध
परियोजना के लिए कुल 73,64,819 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता थी. आवश्यक भूमि में से अब तक 69,98,888 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है और अभी भी 3,65,931 हेक्टेयर भूमि किसानों से प्राप्त की जानी है, जो आवश्यक कुल भूमि का लगभग 5 प्रतिशत है. विधायकों ने यह भी पूछा था कि भूमि अधिग्रहण के संबंध में कितने किसानों ने विरोध किया और अधिकारियों से शिकायत की. कुल 1,908 किसानों ने प्रधानमंत्री की परियोजना के बारे में विरोध या शिकायत की थी, सबसे ज्यादा शिकायतें सूरत (940), उसके बाद भरुच (408), वलसाड (236), नवसारी (209), वडोदरा (26) और अहमदाबाद से चार किसान थे.

अहमदाबाद में भूमि अधिग्रहण का काम ठप पड़ा
अहमदाबाद जिले में के साबरमती, घाटलोदिया, वटवा और असरवा राजस्व तालुकों में भूमि अधिग्रहण का काम लंबित पड़ा है. दस्करोई तालुका में भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा कर लिया गया है. साबरमती और घाटलोदिया में भूमि अधिग्रहण को लेकर दो-दो आपत्तियां दर्ज हुई हैं. बड़े पैमाने पर भूमि अधिग्रहण लंबित है. जिसके चलते यह सवाल उठ रहा है कि क्या अगले दो साल में काम पूरा हो सकता है.

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट

बुलेट ट्रेन का फर्स्ट लुक आया सामने
भारत स्थित जापानी दूतावास ने E5 Series Shinkansen (जापान के बुलेट ट्रेन) की तस्वीरें जारी की हैं. तस्वीर में ये ट्रेन काफी खूबसूरत नजर आ रही है.लोग इस ट्रेन की तस्वीर सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल कर रहे हैं. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना को समाप्त करने के लिए 2023-24 की समय सीमा निर्धारित की है.

बुलेट ट्रेन का फर्स्ट लुक आया सामने
बुलेट ट्रेन का फर्स्ट लुक आया सामने

350 मीटर की एक पर्वत सुरंग का निर्माण किया जाएगा
पिछले साल, एनएचएसआरसीएल ने 64 प्रतिशत एमएएचएसआर संरेखण के निर्माण के लिए कांट्रैक्ट दिए, जिसमें वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, आनंद/नडियाद में पांच एचएसआर स्टेशन, सूरत में ट्रेन डिपो और 350 मीटर की एक पर्वत सुरंग का निर्माण शामिल है.

जापानी के पूर्व पीएम आबे ने रखी थी आधारशिला
14 सितंबर, 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापाना के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) ने 1.08 लाख करोड़ रुपये (17 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की एचएसआर परियोजना की आधारशिला रखी थी. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआरसीएल) ने दावा किया है कि ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद की दूरी तकरीबन 3 घंटे में तय करेगी.

हालांकि, बुलेट ट्रेन परियोजन की आधारशिला रखे जाने के बाद महाराष्ट्र में सरकार बदल गई. इस प्रोजेक्ट को लेकर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की राय बिल्कुल उलट है.

अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (Mumbai-Ahmedabad bullet train project) में नित अड़चने सामने आती जा रही है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए अहमदाबाद स्थित एक झुग्गी कॉलोनी से हटाए गए 318 लोगों ने पुनर्वास के लिए गुजरात उच्च न्यायालय (Gujarat High Court ) का रुख किया है. लोगों ने याचिका में मांग की है कि सरकार पुनर्वास व्यवस्था का आदेश दे. पीठ ने याचिका की अग्रिम प्रतियां पश्चिम रेलवे, नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन और अहमदाबाद नगर निगम को देने का निर्देश दिया.

मुख्य न्यायाधीश विक्रम नाथ (Chief Justice Vikram Nath) और न्यायमूर्ति बिरेन वैष्णव (Justice Biren Vaishnav) की खंडपीठ ने विस्थापितों की याचिका पर सुनवाई की. हालांकि, कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई स्थगित कर दी गई दी थी. और मामले की सुनवाई अब सोमवार को होने की संभावना है.

यह वर्तमान में 508.17 किलोमीटर लंबी मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल परियोजना का निर्माण कर रहा है, जिसे बुलेट ट्रेन परियोजना के रूप में जाना जाता है. 508.17 किमी के रूट में 12 स्टेशन बनाए जाएंगे.

ट्रेन 12 स्टेशनों पर रूकेगी
(1) साबरमती (2) अहमदाबाद (3) आनंद (4) वडोदरा (5) भरूच (6) सूरत (7) बिलिमोरा (8) वापी (9) बोइसर (10) विरार (11) थाणे (12) मुंबई.

इस परियोजना के लिए 28 पुलों के निर्माण करने का ठेका दिया गया है.

प्रोजेक्ट दो चरणों में किया जाएगा शुरू
इस प्रोजेक्ट में सबसे बड़ी दिक्कत महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण को लेकर आ रही है, जिसके चलते अब यह प्रोजेक्ट मुंबई तक ना चलकर गुजरात में ही सीमित होने की बात कही जा रही है. यानी यह प्रोजेक्ट अब दो चरणों में शुरू किया जाएगा. बुलेट ट्रेन जब शुरू होगी तब यह ट्रेन अहमदाबाद से लेकर गुजरात के बॉर्डर वापी तक चलाई जाएगी.

मोदी सरकार ने दिसंबर 2023 तक बुलेट ट्रेन शुरू करने का लक्ष्य रखा है. बुलेट ट्रेन परियोजना की अनुमानित लागत 1.08 लाख करोड़ रुपये निर्धारित की गई है. इसमें से 81 फीसदी हिस्सा जापान से उधार जाएगा. 2022 में आजाद भारत 75 साल को हो जाएगा. इसलिए केंद्र सरकार को उम्मीद है कि बुलेट ट्रेन परियोजना इस साल के अगस्त में शुरू होगी. इस परियोजना को लेकर राजनीति होने लगी है. जिसके चलते यह प्रोजेक्ट धराशायी हो नजर आ रहा है.

पीयूष गोयल का बयान
10 मार्च 2021 को लोकसभा में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड ट्रेन परियोजना में महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार पर असहयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि गुजरात में परियोजना के लिये 95 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण हो चुका है, जबकि महाराष्ट्र में अभी तक 24 प्रतिशत जमीन ही हासिल की जा सकी है.

उन्होंने कहा था लेकिन हमें खेद है कि महाराष्ट्र में जब से नयी सरकार (महाविकास आघाड़ी) आई है, राज्य में इस परियोजना पर पूर्ण विराम लगा दिया गया है.

1,908 किसानों ने जताया विरोध
परियोजना के लिए कुल 73,64,819 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता थी. आवश्यक भूमि में से अब तक 69,98,888 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है और अभी भी 3,65,931 हेक्टेयर भूमि किसानों से प्राप्त की जानी है, जो आवश्यक कुल भूमि का लगभग 5 प्रतिशत है. विधायकों ने यह भी पूछा था कि भूमि अधिग्रहण के संबंध में कितने किसानों ने विरोध किया और अधिकारियों से शिकायत की. कुल 1,908 किसानों ने प्रधानमंत्री की परियोजना के बारे में विरोध या शिकायत की थी, सबसे ज्यादा शिकायतें सूरत (940), उसके बाद भरुच (408), वलसाड (236), नवसारी (209), वडोदरा (26) और अहमदाबाद से चार किसान थे.

अहमदाबाद में भूमि अधिग्रहण का काम ठप पड़ा
अहमदाबाद जिले में के साबरमती, घाटलोदिया, वटवा और असरवा राजस्व तालुकों में भूमि अधिग्रहण का काम लंबित पड़ा है. दस्करोई तालुका में भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा कर लिया गया है. साबरमती और घाटलोदिया में भूमि अधिग्रहण को लेकर दो-दो आपत्तियां दर्ज हुई हैं. बड़े पैमाने पर भूमि अधिग्रहण लंबित है. जिसके चलते यह सवाल उठ रहा है कि क्या अगले दो साल में काम पूरा हो सकता है.

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट

बुलेट ट्रेन का फर्स्ट लुक आया सामने
भारत स्थित जापानी दूतावास ने E5 Series Shinkansen (जापान के बुलेट ट्रेन) की तस्वीरें जारी की हैं. तस्वीर में ये ट्रेन काफी खूबसूरत नजर आ रही है.लोग इस ट्रेन की तस्वीर सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल कर रहे हैं. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना को समाप्त करने के लिए 2023-24 की समय सीमा निर्धारित की है.

बुलेट ट्रेन का फर्स्ट लुक आया सामने
बुलेट ट्रेन का फर्स्ट लुक आया सामने

350 मीटर की एक पर्वत सुरंग का निर्माण किया जाएगा
पिछले साल, एनएचएसआरसीएल ने 64 प्रतिशत एमएएचएसआर संरेखण के निर्माण के लिए कांट्रैक्ट दिए, जिसमें वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, आनंद/नडियाद में पांच एचएसआर स्टेशन, सूरत में ट्रेन डिपो और 350 मीटर की एक पर्वत सुरंग का निर्माण शामिल है.

जापानी के पूर्व पीएम आबे ने रखी थी आधारशिला
14 सितंबर, 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापाना के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) ने 1.08 लाख करोड़ रुपये (17 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की एचएसआर परियोजना की आधारशिला रखी थी. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआरसीएल) ने दावा किया है कि ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद की दूरी तकरीबन 3 घंटे में तय करेगी.

हालांकि, बुलेट ट्रेन परियोजन की आधारशिला रखे जाने के बाद महाराष्ट्र में सरकार बदल गई. इस प्रोजेक्ट को लेकर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की राय बिल्कुल उलट है.

Last Updated : Jun 23, 2021, 6:59 AM IST
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