जम्मू : भारतीय सेना की पश्चिमी कमान ने बलिदान स्तंभ (Balidan Stambh) पर विजय दिवस समारोह और जम्मू के जोरावर स्टेडियम सुंजवान में एक मेगा पूर्व सैनिक रैली का आयोजन किया. यह आयोजन 1971 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय सशस्त्र बलों की अभूतपूर्ण जीत की याद दिलाता है, जिसके परिणामस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान की मुक्ति हुई और बांग्लादेश का निर्माण हुआ.
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि समारोह की शुरुआत पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल नव के खंडूरी ने 'बलिदान स्तंभ' युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की. कोर कमांडर, राइजिंग स्टार कॉर्प्स, लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह के साथ सेना, बीएसएफ, पुलिस और नागरिक प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की.
लेफ्टिनेंट जनरल खंडूरी ने युद्ध के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी, वीरता और बलिदान को याद किया. उन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा और अखंडता के प्रति उनके योगदान के लिए पूर्व सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त किया और उन्हें सेवारत बिरादरी से पूरे दिल से और निरंतर समर्थन का आश्वासन भी दिया. प्रवक्ता ने कहा कि इस अवसर पर जरूरतमंद पूर्व सैनिकों, 'वीर नारियों' और आश्रितों को व्हीलचेयर प्रदान की गई और उन्हें सम्मानित किया गया.
आर्मी पब्लिक स्कूल के छात्रों, एनसीसी कैडेटों और क्षेत्रीय कलाकारों के प्रदर्शन ने उपस्थित लोगों में देशभक्ति का जोश भर दिया. इस अवसर पर 'वीर नारी' और 1971 के युद्ध के दिग्गज भी उपस्थित थे. बाद में, लगभग 5,000 पूर्व सैनिकों और 'वीर नारियों' ने जम्मू शहर के बाहरी इलाके में सुंजुवान सैन्य स्टेशन पर पश्चिमी कमान द्वारा आयोजित एक विशाल रैली में भाग लिया.
प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सैनिक बोर्ड के अधिकारियों ने भारतीय सेना और सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राइजिंग स्टार कॉर्प्स के तत्वावधान में सेना के टाइगर डिवीजन ने पूर्व सैनिकों की शिकायतों और चिकित्सा मुद्दों को हल करने के लिए कई सुविधा काउंटरों की व्यवस्था की है.
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