कोलकाता : पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्री पद से हटा दिया. उन्हें पार्टी से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. ईडी की गिरफ्तारी के बाद से पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटाए जाने की मांग उठ रही थी. इस बीच गुरुवार को ममता ने कैबिनेट की बैठक बुलाई. इस बैठक के कुछ ही देर बाद मंत्री पद से हटाए जाने संबंधी आदेश जारी कर दिया गया. पार्थ चटर्जी ममता बनर्जी की सरकार में उद्योग, कॉमर्स एंड इंटरप्राइजेज, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक मंत्री थे.
गौरतलब है कि पार्थ चटर्जी को केद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 23 जुलाई को गिरफ्तार किया था. उनकी गिरफ्तारी से ठीक पहले एजेंसी ने अर्पिता मुखर्जी के आवास से करीब 21 करोड़ रुपये बरामद किए थे. बता दें कि सरकारी स्कूलों और सहायता प्राप्त स्कूलों में हुए कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के वक्त पार्थ चटर्जी के पास शिक्षा विभाग का प्रभार था. बाद में उनसे यह विभाग ले लिया गया था. प्रवर्तन निदेशालय स्कूल सेवा आयोग द्वारा की गई शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितता के आरोपों की जांच कर रहा है.