कोलकाता : आईआईएम कोलकाता ने शिक्षण संस्थान में यौन उत्पीड़न के आरोपी अपने निदेशक को हटा दिया. यह घटना जोका स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान कलकत्ता से संबंधित है. यहां के निदेशक सहदेव सरकार पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गये थे. इस शिकायत के आधार पर उन्हें पद से हटा दिया गया है.
इस संबंध में आईआईएमसी की ओर से एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है. नोटिफिकेशन के मुताबिक हाल ही में आईआईएमसी की आंतरिक समिति को एक शिकायत मिली थी. उस शिकायत के मुताबिक, सहदेव सरकार ने संस्था की एक महिला कर्मचारी का यौन उत्पीड़न किया. कानून के मुताबिक, कार्रवाई करते हुए संस्थान ने शिकायत मिलने के बाद मामला बोर्ड ऑफ गवर्नर्स को भेजा.
संगठन की ओर से दी गई अधिसूचना में यह भी बताया गया कि इसके बाद आंतरिक समिति की ओर से जांच शुरू की गई सभी कर्मचारियों से प्रोफेसरों और अन्य कर्मचारियों से बातचीत के आधार पर सहदेव सरकार को निदेशक पद से हटाने का फैसला लिया गया है.
नियमों के अनुसार, शैक्षणिक संस्थान के सबसे वरिष्ठ संकाय सदस्य को प्रभारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया जाता है. इसी तरह आईआईएमसी के प्रोफेसर शैबाल चट्टोपाध्याय को अगला प्रभारी निदेशक नियुक्त किया गया है. इस बात की जानकारी फिलहाल नहीं है कि क्या पीड़िता ने पुलिस में भी कोई शिकायत दर्ज करायी है या नहीं.
गौरतलब है कि पिछले तीन वर्षों में सहदेव सरकार सहित आईआईएम कलकत्ता के तीन निदेशकों ने कार्यकाल समाप्त होने से पहले इस्तीफा दे दिया है. सरकार से पहले प्रोफेसर उत्तम कुमार सरकार ने पांच साल का कार्यकाल पूरा होने से दो साल पहले ही पद छोड़ दिया था. उनसे भी पहले मार्च 2021 में तत्कालीन निदेशक अंजू सेठ ने अपने कार्यकाल की समाप्ति से पहले चौथे वर्ष में इस्तीफा दे दिया था.