कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव-2021 कई मायनों में ऐतिहासिक सिद्ध होने का अनुमान है. राज्य के इतिहास में पहली बार विधानसभा चुनाव आठ चरणों में कराने का एलान किया गया है. चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद पहली बार कांग्रेस-लेफ्ट और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) शक्ति प्रदर्शन करने जमा हुए हैं. कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड मैदान में कांग्रेस-लेफ्ट और आईएसएफ जनसभा कर रही है.
इस सभा में बिमान बोस, अधीरंजन चौधरी, भूपेश बघेल समेत कई दिग्गज नेता मौजूद हैं.
बता दें कि विगत 26 फरवरी को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद सीएम ममता बनर्जी ने सवाल खड़े किए थे. उन्होंने पूछा था कि क्या केंद्र के निर्देश पर चुनाव कार्यक्रम घोषित किए गए हैं.
यह भी पढ़ें: क्या चुनाव तिथियां मोदी, शाह के सुझावों के अनुसार घोषित की गईं? : ममता
ममता ने संदेह जाहिर करते हुए कहा था कि तारीखों की घोषणा भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान के बेहतर प्रबंधन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के सुझावों के अनुसार की गई है. उन्होंने कालीघाट स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को राज्य को 'भगवा खेमे की आंखों से' नहीं देखना चाहिए, उनका इशारा भाजपा की ओर था.
गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा की है. पश्चिम बंगाल में विधानसभा की कुल 294 सीटें हैं. पहले चरण के लिए नामांकन दो मार्च से शुरू हो जाएगा. आठवें और अंतिम चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा.
यह भी पढ़ें- महासमर 2021 : जानिए, पिछले चुनाव में पार्टियों की स्थिति
बता दें कि पिछले चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शानदार प्रदर्शन किया था और दो तिहाई बहुमत के साथ ममता बनर्जी दोबारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनी थीं.