बेंगलुरु : वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया (Welfare Party of India) के अध्यक्ष डॉ सैयद कासिम रसूल इलियास (Syed Qasim Rasool Ilyas) ने मॉब लिंचिंग (mob lynching) पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के बयान को गुमराह करने वाला बताया है.
मोहन भागवत ने हाल ही में कहा था कि मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या) में शामिल लोग हिंदुत्व के खिलाफ है. आरएसएस प्रमुख ने यह भी कहा था कि यदि कोई कहता है कि मुसलमानों को भारत में नहीं रहना चाहिए तो वह हिन्दू नहीं है.
आरएसएस प्रमुख के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए वेलफेयर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. इलियास ने कहा कि भागवत का बयान संघ के पाखंड को दर्शाता है.
उन्होंने कहा कि 2014 से मॉब लिंचिंग एक आम अपराध हो गया है. कई असामाजिक तत्व मिलकर एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार देते हैं और ऐसे आरोपी आसानी से जेल से छूट भी जाते हैं. यह भी देखा गया है कि भाजपा के नेताओं ने जेल से छूटने पर मॉब लिंचिंग में शामिल आरोपियों को बधाई दी और फूलों से उनका स्वागत किया है, जो मॉब लिंचिंग को प्रोत्साहित करने जैसा है.
उन्होंने कहा कि इस साल भी मॉब लॉन्चिंग की कई दुखद घटनाएं सामने आ चुकी हैं. हाल ही में हरियाणा के मेवात में 27 वर्षीय आसिफ की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी.
यूपी के उन्नाव में 19 वर्षीय फैसल की पुलिस की पिटाई से मौत हो गई. कानपुर में अशरफ को पीट-पीट कर मार डाला गया था. इन घटनाओं को लेकर देश में भय और दहशत का माहौल देखा जा रहा है.
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इस संबंध में कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारें अपनी नाकामियों को छिपाने या चुनाव में हार के डर से भीड़ तंत्र का सहारा लेती हैं, ताकि लोगों का दिमाग असली मुद्दों से हट जाए.