कोलकाता : नारदा स्टिंग ऑपरेशन के मामले में दो मंत्री सहित चार नेताओं की गिरफ्तारी के बाद बंगाल की राजनीति गरमा गई है.अब बीजेपी ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी के पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ पश्चिम मिदनापुर के कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसमें ममता पर राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया गया है.
दिलीप घोष द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में चार बिंदुओं का जिक्र किया गया है. इसमें चुनाव से पहले भाजपा नेताओं के खिलाफ बाहरी लीक करने से देश में भाषाई दुश्मनी शुरू हो गई, इससे संविधान का उल्लंघन हुआ है. इसके अलावा उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री के बाहरी वाले बयान की वजह से लाखों बंगाली असुविधा में अपना जीवन बिता रहे हैं. इस कारण यदि कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की लेनी होगी.
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एफआईआर में कहा गया है कि ममता बनर्जी ने चुनाव प्रचार के दौरान चुनाव आयोग द्वारा तैनात केंद्रीय बलों के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया था. इस कारण उनकी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक केंद्रीय बल के जवानों पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं. इस घटना के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं.
इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव खत्म होने के बाद खेल खत्म हो जाने की बात कही थी. फलस्वरुप 2 मई को चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही पूरे राज्य में हिंसा और लूटपाट शुरू हो गई है. साथ ही चुनाव के बाद से पूरे राज्य में दहशत का महौल है.
राज्य भर में हत्या, बलात्कार, डकैती शुरु हो गई है. बेलगाम आतंक के कारण पूरे राज्य में दहशता का माहौल है. इस वजह से भाजपा के कई कार्यकर्ता बेघर हैं. इसके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं.