भुवनेश्वर : ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के मास्टर कैंटीन चौराहे पर लगी योद्धा-घोड़े की मूर्ति को यहां से कहीं और स्थानांतरित नहीं किया जाएगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के आयुक्त तथा भुवनेश्वर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (बीएससीएल) के प्रमुख एस के सिंह ने कहा कि बलुआपत्थर की यह कलाकृति मास्टर कैंटीन चौराहे पर ही बरकरार रहेगी और सड़क की डिजाइन में इसके लिये मामूली सा बदलाव किया गया है.
यह मूर्ति कोणार्क के सूर्य मंदिर में मिली योद्धा और घोड़े की मूल प्रतिमा की प्रतिकृति है. बीएससीएल की योजना इसे राजभवन चौराहे पर स्थानांतरित करने की थी, जिससे भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर मल्टी मोडल केंद्र बनाने का रास्ता साफ हो सके. योद्धा-घोड़ा राज्य प्रशासन का आधिकारिक प्रतीक भी है.
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विपक्षी भाजपा, कांग्रेस, प्रबुद्ध जन और मूर्तिकार इसे यहां से हटाए जाने का विरोध कर रहे थे.
अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस मामले में दखल देते हुए और बीएमसी व बीएससीएल के अधिकारियों को फैसला बदलने तथा इस मूर्ति के आसपास के दायरे के सौंदर्यीकरण का निर्देश दिया.
(पीटीआई-भाषा)