अहमदाबाद : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 10 जुलाई से गुजरात की तीन दिनों की यात्रा पर हैं. उन्होंने महामारी से प्रभावित लोगों के लिए केंद्र सरकार की मुफ्त अनाज वितरण योजना के बारे में युवाओं और सामाजिक संगठनों के स्वयंसेवियों से लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का भी अनुरोध किया. उन्होंने इससे पहले दिन में गांधीनगर जिले में दो अलग कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए यही अपील की.
शाह ने कहा कि कोरोना वायरस मानवता के समक्ष एक बड़ी चुनौती है और भारत ने यह लड़ाई बखूबी लड़ी है. यदि आप मृत्यु दर की तुलना अन्य देशों से करेंगे तो आप पाएंगे कि भारत इस स्थिति से एक विजेता के रूप में बाहर आया है. वह गांधीनगर के अदलाज गांव स्थित स्वामीनारण मंदिर परिसर में एक सामुदायिक केंद्र के उद्घाटन के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे.
गांधीनगर से सांसद ने कहा कि किसी को भी यह नहीं मानना चाहिए कि लड़ाई खत्म हो गई है. इस लड़ाई को जीतने का एकमात्र रास्ता लोगों का 100 प्रतिशत टीकाकरण करना है. हालांकि कुछ समुदाय अब भी टीका लगवाने से हिचक रहे हैं. लोगों के मन से यह डर नहीं निकल पा रहा है कि टीकों का उन पर प्रतिकूल असर होगा. शाह ने कहा कि हमें इस हिचक को दूर करने और कोविड-19 का टीका लगवाने के फायदे के बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत है.
मैं सामाजिक संगठनों के स्वयंसेवियों से इस उद्देश्य के लिए गांवों को गोद लेने और जागरूकता अभियान शुरू करने की अपील करता हूं. शाह ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार इस योजना पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है. महामारी के मद्देनजर इस साल मार्च में यह योजना शुरू की गई थी, जिसके तहत नवंबर तक हर महीने गरीब परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को पांच किग्रा अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है.
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शाह ने जिले के नारदीपुर गांव में एक झील के सौंदर्यीकरण परियोजना की शुरूआत की. बाद में केंद्रीय मंत्री ने गांधीनगर सिविल हॉस्पिटल में एक मेडिकल ऑक्सीजन संयंत्र का उदघाटन किया.
(पीटीआई-भाषा)