चांदीपुर : सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस (supersonic cruise missile BrahMos) के विस्तारित रेंज संस्करण का ओडिशा तट से परीक्षण किया गया, हालांकि सूत्रों का कहना है यह सफल नहीं रहा. परीक्षण फायरिंग का विश्लेषण डीआरडीओ और ब्रह्मोस निगम के वैज्ञानिकों की संयुक्त टीम द्वारा किया जाएगा.
ब्रह्मोस मिसाइल, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है और इसका इस्तेमाल जहाज और जमीन के ठिकानों के खिलाफ किया जा सकता है. इसकी रेंज 450 किलोमीटर तक है. यह मिसाइल जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों और जमीन पर वाहनों में स्थापित करने के लिए विशिष्ट रूप से कॉन्फ़िगर की गई है.
ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है जिसमें डीआरडीओ आयात लागत में कटौती करने के लिए ब्रहमोस में स्वदेशी उपकरणों को बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है.
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