सहारनपुर : जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले के दौरान उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के रहने वाले सगीर अहमद की मौत हो गई. वह जिस किराए के मकान में रहते थे, उसी में घुसकर आतंकियों ने हमला किया था. बताया जा रहा है कि सगीर अहमद के पेट में गोलियां लगीं थी. अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई. सोमवार को उनका शव उनके गांव पहुंचाया गया है, जहां सगीर के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.
वहीं, परिवार को उनकी मौत की खबर मिलने के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. सगीर की हत्या के बाद परिवार वालों ने सरकार से मुआवजे और नौकरी की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक, सगीर अहमद का परिवार सहारनपुर शहर के कुतुबशेर थाना क्षेत्र स्थित मोहल्ला सराय हिसामुद्दीन में रहता है. सगीर अहमद जम्मू पेशे से कारपेंटर थे जो कश्मीर में लकड़ी की छिलाई और कटाई का काम करते थे. वह एक साल पहले ही सहारनपुर से पुलवामा के एजाज अहमद वानी की फर्म में काम करने गए थे.
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शनिवार शाम को एजाज अहमद वानी की फर्म के एक कर्मचारी ने परिवार को कॉल कर इस घटना के बारे में जानकारी दी थी. कर्मचारी ने बताया कि आतंकी हमले के दौरान गोलियां लगने से सगीर अहमद की मौत हो गई. सगीर अहमद के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा एक बेटा और चार बेटियां हैं. बेटा राजस्थान में कॉरपेंटर का काम करता है.
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परिजन रात को ही सगीर के शव को लेने के लिए कश्मीर निकल गए थे. सोमवार के तड़के लगभग पांच बजे के करीब सगीर अहमद के शव को एंबुलेंस से सहारनपुर लाया गया और यहां शव को कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. सगीर की पत्नी की छह महीने पहले ही कोरोना से मौत हो चुकी है. परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर है.
सगीर की मौत पर आसपास रहने वाले लोगों ने घटना पर दुख जताया है. परिवार का कहना है कि सगीर एक साल से जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे थे, वो बीच-बीच में घर आते-जाते रहते थे.