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हिंदुस्तान के हर काफिर की हत्या करना चाहता था आतंकी हबीबुल, नदीम खुद को मान चुका है गाजी

यूपी एटीएस के पहले दिन की इंट्रोगेशन के दौरान आतंकी नदीम, हबीबुल और सबाउद्दीन ने बड़े खुलासे किए हैं. जहां पता चला कि सहारनपुर से गिरफ्तार कथित जैश आतंकी नदीम खुद को गाजी मान चुका था. वो किसी भी हाल में भारत में इस्लाम की हुकूमत चाहता था. वहीं, कानपुर से गिरफ्तार हबीबुल उर्फ सैफुल्ला एक-एक काफिरों (गैर-मुस्लिम) की हत्या करना चाहता था.

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आतंकी हबीबुल
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Published : Aug 18, 2022, 12:53 PM IST

लखनऊ: सहारनपुर से गिरफ्तार कथित जैश आतंकी नदीम खुद को गाजी मान चुका था. वो किसी भी हाल में भारत में इस्लाम की हुकूमत चाहता था. वहीं कानपुर से गिरफ्तार हबीबुल उर्फ सैफुल्ला एक-एक काफिरों (गैर-मुस्लिम) की हत्या करना चाहता था. यूपी एटीएस के पहले दिन की इंट्रोगेशन के दौरान ये खुलासे हुए है. जब एजेंसी ने नदीम, हबीबुल और सबाउद्दीन से उनके मंसूबों के बारे में पूछताछ की थी.

यूपी एटीएस ने बुधवार को सुबह 11 बजे तीनों कथित आतंकियों की रिमांड ली और उनसे एटीएस मुख्यालय में पूछताछ शुरू की थी. एजेंसी ने नदीम, हबीबुल व सबाउद्दीन को अलग-अलग इंट्रोगेशन रूम में बैठा कर पूछताछ की थी. एटीएस सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान नदीम व हबीबुल बेखौफ हो कर रूम में बैठे रहे तो सबाउद्दीन दहशत में दिखा.

यूपी एटीएस ने सबसे पहले तीनों से व्यक्तिगत जीवन से संबंधित कई सवाल किये थे. ये सभी सवाल वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक तरीके से की गई है.

-परिवार में कौन-कौन लोग हैं
- कितने भाई-बहन हैं और उसमें से कितने की शादी हो चुकी है.
- शादी कहां-कहां हुई है, जहां शादी हुई है. वहां के लोग क्या काम धंधा करते हैं.
- खुद के परिवार की कमाई के क्या-क्या जरिए हैं.
- जिस घर में रहते हो वह खुद का है या किराए का.
- क्या खुद का या परिवार के लोगों का किसी बैंक में कोई खाता है.
- कहां तक पढ़े हो, तालीम स्कूल में हासिल की या किसी मदरसे में
- दोस्त कितने हैं और कहां-कहां रहते हैं
- कहां-कहां नौकरी की है या अपना कोई बिजनेस किया है, अगर किया है तो किस तरह का काम किया है.
- नौकरी या बिजनेस में सहयोग करने वाले लोग कौन थे
- यह लोग अभी भी संपर्क में हैं या नहीं
- कंप्यूटर या लैपटॉप चलाना जानते हो? क्या घर पर कंप्यूटर या लैपटॉप है
- कौन-कौन से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल करना जानते हो
- मोबाइल फोन कब से इस्तेमाल कर रहे हो
- अब तक किस-किस कंपनी के सिमकार्ड इस्तेमाल किए हैं
- सिमकार्ड अपनी आईडी से लिए थे या किसी दूसरे की आईडी से
- किसी महिला मित्र से भी दोस्ती रही है
- कहां-कहां घूमने गए हो और किसके साथ

हर काफिर को मारना चाहता है हबीबुल
सूत्रों के मुताबिक, हबीबुल ने व्यक्तिगत जीवन के पूछे गए हर सवालों का जवाब देते हुए कहा कि किसी भी काफिर (गैर-इस्लाम) को जीने का हक नहीं है. उसने कहा कि वो हर एक काफिर की हत्या करना चाहता है. जिससे भारत में इस्लाम का राज हो सके. उसने कहा कि हिंदुस्तान से एक न एक दिन अंतिम युद्ध होगा और इस युद्ध में हिंद को हरा इस्लाम का राज कायम किया जाएगा.

खुद को गाजी मान चुका था नदीम
वहीं नदीम खुद को गाजी मान चुका है. सूत्रों के मुताबिक, सहारनपुर के गंगोह से गिरफ्तार किए गए नदीम से पूछताछ शुरू की गई तो उसने कहा कि वह एक गाजी (इस्लाम के विस्तार के लिए युद्ध करने वाले) है. उसने कहा कि हिंदुस्तान में मुसलमानों के साथ अत्याचार हो रहा है. और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए अल्लाह ने उसे चुना है. वो किसी भी कीमत में इंसाफ दिलाएगा. उसने कहा अगर उसने हिंदुस्तान में इस्लाम की हुकूमत कायम कराई तो उसे जन्नत नसीब होगी.

भाईजान के हुक्म पर काम कर रहा था नदीम
सूत्रों के मुताबिक, नदीम ने एटीएस की पूछताछ में बताया कि मुसलमानों को इंसाफ दिलाने के लिए ऊपर वाले ने भाईजान उसकी मदद करने के लिए भेजा है. वो जैसा हुक्म देंगे वह उसे किसी भी कीमत में अंजाम देगा. नदीम ने पूछताछ में बताया कि वो खुद नूपुर शर्मा की गर्दन कलम करना चाहता था. उसने कहा वह पिछले 3 साल से कुछ ऐसा करना चाह रहा था, जिससे वो अपने कौम के लोगों के लिए एक उदाहरण बने. लेकिन उसे टारगेट नहीं मिल रहा था. यही नहीं भाईजान ने भी अभी कुछ भी करने से रोक रखा था. एटीएस ने जब नदीम से भाईजान का नाम पूछा तो उसने कोई भी जवाब नहीं दिया.

पूछताछ के दौरान सबाउद्दीन रहा शांत
सूत्रों के मुताबिक, आजमगढ़ के अमीलो से गिरफ्तार किए गए ISIS से संबंध रखने वाले सबाउद्दीन से पूछताछ शुरू की गई तो उसने व्यक्तिगत सवालों के कुछ ही जवाब दिए. उसके बाद वह शांत रहा. यही नहीं वह कई बार घर वालों की बात करते हुए रोने भी लगा था. हालांकि सीरिया में बैठे आकाओं पर सवाल पूछने पर उसने अबु बकर से संपर्क होना माना है.

कब हुए थे आतंकी गिरफ्तार?
यूपी एटीएस ने 9 अगस्त को आजमगढ़ के मुबारकपुर से सबाउद्दीन को गिरफ्तार किया था. सबाउद्दीन ISIS संगठन से जुड़ा हुआ था और RSS व बीजेपी नेताओं पर बड़ा हमला करने की प्लानिंग बना रहा था. 12 अगस्त को सहारनपुर के गंगोह इलाके जैश-ए-मुहम्मद व तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़ा आतंकी नदीम को गिरफ्तार किया गया था. नदीम फिदायीन हमले की साजिश रच रहा था. जिसके लिए वह बम बनाने व गोरिल्ला अटैक करने की ट्रेनिंग ले रहा था. उसने नूपुर शर्मा समेत कई टारगेट भी फिक्स कर रखे थे. वहीं स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले 14 अगस्त को नदीम से मिले इनपुट पर उसके साथी फतेहपुर निवासी हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला को गिरफ्तार किया था. हबीबुल है विर्चुअल आईडी बना कर पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को देता था. यही नहीं हबीबुल भारत में बैठ कर फर्जी जीमेल आईडी व सोशल मीडिया एकाउंट बना कर पाकिस्तान में आतंकियों को देता था. जिसमें पाकिस्तान अपना एजेंडा चला कर भारत के युवाओं को जिहाद के लिए उकसाते थे. यूपी एटीएस को आजमगढ़ से गिरफ्तार सबाउद्दीन की 12 दिन व नदीम और हबीबुल उर्फ सैफुल्ला की 10 दिन की रिमांड मिली है.

इसे भी पढ़ें- आतंकी हबीबुल की गतिविधियों को जांचने कानपुर आएगी NIA की टीम

लखनऊ: सहारनपुर से गिरफ्तार कथित जैश आतंकी नदीम खुद को गाजी मान चुका था. वो किसी भी हाल में भारत में इस्लाम की हुकूमत चाहता था. वहीं कानपुर से गिरफ्तार हबीबुल उर्फ सैफुल्ला एक-एक काफिरों (गैर-मुस्लिम) की हत्या करना चाहता था. यूपी एटीएस के पहले दिन की इंट्रोगेशन के दौरान ये खुलासे हुए है. जब एजेंसी ने नदीम, हबीबुल और सबाउद्दीन से उनके मंसूबों के बारे में पूछताछ की थी.

यूपी एटीएस ने बुधवार को सुबह 11 बजे तीनों कथित आतंकियों की रिमांड ली और उनसे एटीएस मुख्यालय में पूछताछ शुरू की थी. एजेंसी ने नदीम, हबीबुल व सबाउद्दीन को अलग-अलग इंट्रोगेशन रूम में बैठा कर पूछताछ की थी. एटीएस सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान नदीम व हबीबुल बेखौफ हो कर रूम में बैठे रहे तो सबाउद्दीन दहशत में दिखा.

यूपी एटीएस ने सबसे पहले तीनों से व्यक्तिगत जीवन से संबंधित कई सवाल किये थे. ये सभी सवाल वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक तरीके से की गई है.

-परिवार में कौन-कौन लोग हैं
- कितने भाई-बहन हैं और उसमें से कितने की शादी हो चुकी है.
- शादी कहां-कहां हुई है, जहां शादी हुई है. वहां के लोग क्या काम धंधा करते हैं.
- खुद के परिवार की कमाई के क्या-क्या जरिए हैं.
- जिस घर में रहते हो वह खुद का है या किराए का.
- क्या खुद का या परिवार के लोगों का किसी बैंक में कोई खाता है.
- कहां तक पढ़े हो, तालीम स्कूल में हासिल की या किसी मदरसे में
- दोस्त कितने हैं और कहां-कहां रहते हैं
- कहां-कहां नौकरी की है या अपना कोई बिजनेस किया है, अगर किया है तो किस तरह का काम किया है.
- नौकरी या बिजनेस में सहयोग करने वाले लोग कौन थे
- यह लोग अभी भी संपर्क में हैं या नहीं
- कंप्यूटर या लैपटॉप चलाना जानते हो? क्या घर पर कंप्यूटर या लैपटॉप है
- कौन-कौन से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल करना जानते हो
- मोबाइल फोन कब से इस्तेमाल कर रहे हो
- अब तक किस-किस कंपनी के सिमकार्ड इस्तेमाल किए हैं
- सिमकार्ड अपनी आईडी से लिए थे या किसी दूसरे की आईडी से
- किसी महिला मित्र से भी दोस्ती रही है
- कहां-कहां घूमने गए हो और किसके साथ

हर काफिर को मारना चाहता है हबीबुल
सूत्रों के मुताबिक, हबीबुल ने व्यक्तिगत जीवन के पूछे गए हर सवालों का जवाब देते हुए कहा कि किसी भी काफिर (गैर-इस्लाम) को जीने का हक नहीं है. उसने कहा कि वो हर एक काफिर की हत्या करना चाहता है. जिससे भारत में इस्लाम का राज हो सके. उसने कहा कि हिंदुस्तान से एक न एक दिन अंतिम युद्ध होगा और इस युद्ध में हिंद को हरा इस्लाम का राज कायम किया जाएगा.

खुद को गाजी मान चुका था नदीम
वहीं नदीम खुद को गाजी मान चुका है. सूत्रों के मुताबिक, सहारनपुर के गंगोह से गिरफ्तार किए गए नदीम से पूछताछ शुरू की गई तो उसने कहा कि वह एक गाजी (इस्लाम के विस्तार के लिए युद्ध करने वाले) है. उसने कहा कि हिंदुस्तान में मुसलमानों के साथ अत्याचार हो रहा है. और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए अल्लाह ने उसे चुना है. वो किसी भी कीमत में इंसाफ दिलाएगा. उसने कहा अगर उसने हिंदुस्तान में इस्लाम की हुकूमत कायम कराई तो उसे जन्नत नसीब होगी.

भाईजान के हुक्म पर काम कर रहा था नदीम
सूत्रों के मुताबिक, नदीम ने एटीएस की पूछताछ में बताया कि मुसलमानों को इंसाफ दिलाने के लिए ऊपर वाले ने भाईजान उसकी मदद करने के लिए भेजा है. वो जैसा हुक्म देंगे वह उसे किसी भी कीमत में अंजाम देगा. नदीम ने पूछताछ में बताया कि वो खुद नूपुर शर्मा की गर्दन कलम करना चाहता था. उसने कहा वह पिछले 3 साल से कुछ ऐसा करना चाह रहा था, जिससे वो अपने कौम के लोगों के लिए एक उदाहरण बने. लेकिन उसे टारगेट नहीं मिल रहा था. यही नहीं भाईजान ने भी अभी कुछ भी करने से रोक रखा था. एटीएस ने जब नदीम से भाईजान का नाम पूछा तो उसने कोई भी जवाब नहीं दिया.

पूछताछ के दौरान सबाउद्दीन रहा शांत
सूत्रों के मुताबिक, आजमगढ़ के अमीलो से गिरफ्तार किए गए ISIS से संबंध रखने वाले सबाउद्दीन से पूछताछ शुरू की गई तो उसने व्यक्तिगत सवालों के कुछ ही जवाब दिए. उसके बाद वह शांत रहा. यही नहीं वह कई बार घर वालों की बात करते हुए रोने भी लगा था. हालांकि सीरिया में बैठे आकाओं पर सवाल पूछने पर उसने अबु बकर से संपर्क होना माना है.

कब हुए थे आतंकी गिरफ्तार?
यूपी एटीएस ने 9 अगस्त को आजमगढ़ के मुबारकपुर से सबाउद्दीन को गिरफ्तार किया था. सबाउद्दीन ISIS संगठन से जुड़ा हुआ था और RSS व बीजेपी नेताओं पर बड़ा हमला करने की प्लानिंग बना रहा था. 12 अगस्त को सहारनपुर के गंगोह इलाके जैश-ए-मुहम्मद व तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़ा आतंकी नदीम को गिरफ्तार किया गया था. नदीम फिदायीन हमले की साजिश रच रहा था. जिसके लिए वह बम बनाने व गोरिल्ला अटैक करने की ट्रेनिंग ले रहा था. उसने नूपुर शर्मा समेत कई टारगेट भी फिक्स कर रखे थे. वहीं स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले 14 अगस्त को नदीम से मिले इनपुट पर उसके साथी फतेहपुर निवासी हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला को गिरफ्तार किया था. हबीबुल है विर्चुअल आईडी बना कर पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को देता था. यही नहीं हबीबुल भारत में बैठ कर फर्जी जीमेल आईडी व सोशल मीडिया एकाउंट बना कर पाकिस्तान में आतंकियों को देता था. जिसमें पाकिस्तान अपना एजेंडा चला कर भारत के युवाओं को जिहाद के लिए उकसाते थे. यूपी एटीएस को आजमगढ़ से गिरफ्तार सबाउद्दीन की 12 दिन व नदीम और हबीबुल उर्फ सैफुल्ला की 10 दिन की रिमांड मिली है.

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