गोरखपुर : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) दो दिवसीय दौरे के पहले दिन सीएम योगी के साथ गोरखपुर पहुंचे. जेपी नड्डा ने गोरक्षनाथ मंदिर में पूजा की. चंपा देवी पार्क, सर्किट हाउस में गोरखपुर क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि जिन्ना और पाकिस्तान की बात करने वालों को बूथ अध्यक्ष घर बैठाने का काम करें.
नड्डा ने यहां गोरखपुर क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का नाम लिए बिना अपने संबोधन में कहा, 'हम सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को लेकर चलते हैं और वे (विपक्ष) वंशवाद को लेकर चलते हैं. हमारा राष्ट्रवाद महत्वपूर्ण है, उनका वंशवाद के आगे कुछ नहीं है, जो कुछ है वह वंश के लिए ही है.'
उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैं बाबा गोरक्षनाथ और शहीदों की इस पवित्र भूमि पर आया हूं. उन्होंने बुद्ध को भी याद किया, जिन्होंने अपने वस्त्र यहीं राप्ती नदी के तट पर विसर्जित किए थे.
उन्होंने कहा कि मैं धर्म, तपस्या, क्रांति की इस भूमि को नमन करता हूं. बूथ अध्यक्षों से उन्होंने कहा कि चुनाव में जाएंगे तो आप लोगों से यह कह सकते हैं कि हमारे नेता मोदी-योगी हैं. बूथ कार्यकर्ता जमीनी कार्यकर्ता हैं, जो सिर्फ बीजेपी के पास हैं. यूपी में विधानसभा चुनाव में आपकी मौजूदगी विजय का अहसास करा रही है. डबल इंजन की सरकार में यूपी को पीएम मोदी ने पूरी ताकत दी है, जिसे सीएम योगी आगे बढ़ा रहे हैं. कोरोना काल में उन्होंने पार्टी और सरकार की उपलब्धि को बताया और विरोधियों को घेरा.
नड्डा ने कहा कि कार्यकर्ताओं को गौरव महसूस करना चाहिए कि यहां आंतरिक लोकतंत्र हैं. यहां एक सामान्य कार्यकर्ता सीएम और अध्यक्ष बन सकता है. बूथ अध्यक्ष इन पदों तक पहुंच सकता है.
'विपक्ष परिवारतंत्र में करता है विश्वास'
उन्होंने कहा कि विपक्ष प्रजातंत्र में विश्वास नहीं करता, वह परिवारतंत्र में विश्वास करता है, लेकिन बीजेपी में ऐसा नहीं है. हम सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को लेकर चलते हैं. वह परिवार और वोट बैंक की राजनीति करते हैं. बीजेपी अंत्योदय की बात करती है. वे अपने परिवार के लिए ही सोचते हैं.
अब तो चाचा (शिवपाल यादव) का भी ख्याल नहीं करते. हम बूथ अध्यक्ष से निवेदन करते हैं कि पार्टी के हर कार्यकर्ता को काम मिले, जिस ताकत से आप सभी ने 2014, 2017 और 2019 में बीजेपी की सरकार बनाई उसी प्रकार से आने वाले 2022 के चुनाव में पूरी ताकत से पार्टी को जीत दिलाएं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी गांधी और पटेल को याद करती हैं, वहीं दूसरे दलों के संकीर्ण विचार वाले नेता जिन्ना और पाकिस्तान की बात करते हैं, जो जिन्ना और पाकिस्तान की बात करते हैं उन्हें घर बैठाने का कार्य बूथ अध्यक्ष करें.
2022 यूपी चुनाव देश और दुनिया के लिए आकर्षण
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि गोरखपुर पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, मंगल पांडेय और बंधू सिंह की धरती है. 2022 यूपी चुनाव देश और दुनिया के आकर्षण का केंद्र बिंदु बन रहा है. एक ओर भारत की शान मोदी और नड्डा हैं तो दूसरी तरफ आतंकवाद और जिन्नावाद के समर्थक हैं. दुनिया यह देखना चाहेगी की बीजेपी ने 2014 से 2019 तक जो कहा वह किया. उन्होंने कहा कि जनता के लिए काम करना सम्मान की बात है.
लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जिन लोगों को मिला है, ऐसे लाभार्थियों तक बूथ अध्यक्ष अपनी पहुंच बना लेंगे तो सफलता निश्चित है. उन्होंने सपा-बसपा और कांग्रेस को कोरोना काल में होम आइसोलेशन में बताया. उन्होंने जेपी नड्डा को कार्यकर्ताओं का आदर्श बताया.
काले धन पर बुलडोजर चला
योगी बोले, यूपी में पहले की सरकार में माफिया किसी भी व्यापारी, गरीब की जमीन पर कब्जा कर लेते थे लेकिन बीजेपी की सरकार में इन माफियाओं को या तो ऊपर भेज दिया गया या उनके कमाए काले धन पर बुलडोजर चला है.
ध्यान रहे गोरखपुर क्षेत्र में कुल 27,637 मतदान केंद्र हैं और हर मतदान केंद्र पर 21 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. भाजपा के सांगठनिक दृष्टि से गोरखपुर क्षेत्र में कुल 62 विधानसभा क्षेत्र हैं जिनमें भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में 43 और सहयोगी दलों ने दो सीटें जीती थीं. गोरखपुर न केवल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जिला है, बल्कि वह यहां के प्रतिष्ठित गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर भी हैं. इसी क्षेत्र में राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का संसदीय निर्वाचन क्षेत्र आजमगढ़ और विधानसभा में नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी का विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र बांसडीह (बलिया) भी आता है. विधानसभा में बसपा के दल नेता शाह आलम भी गोरखपुर क्षेत्र के आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं.
नड्डा शाम 4:30 बजे गोरखपुर एयरपोर्ट के निकट वनटांगिया परिवारों के साथ भी संवाद करेंगे. नड्डा गोरखपुर से रवाना होकर लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय 6:15 बजे पहुंचेंगे.
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बीजेपी पिछले चुनाव के तर्ज पर अपने बूथ अध्यक्ष अभियान को आगे बढ़ा रही है. इसमें बीजेपी का नारा था बूथ जीता तो चुनाव जीता. बूथ मजबूत तो पार्टी मजबूत. इसीलिए एक बार फिर चुनावी सफलता के लिए बूथ अध्यक्षों की जिम्मेदारियों और उनके कर्तव्यों को बल देने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद गोरखपुर पहुंचकर उनसे संवाद स्थापित करेंगे. साथ ही गोरखपुर क्षेत्र के 12 जिलों की 62 विधानसभा सीटों को जीतने का समीकरण भी सेट करेंगे. यही नहीं चुनावी समीक्षा में वह सीटों के हार-जीत का भी आकलन करेंगे. इसमें मौजूदा कुछ विधायकों के टिकट बदलने और नए दावेदारों पर भी समीक्षा हो सकती है.