अमरावती: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के जलावतरण के मौके पर नौसेना के नए ध्वज का भी अनावरण किया. इस तरह आईएनएस विक्रांत नौसेना के बाड़े में शामिल के मौके पर नया सफेद ध्वज धारण किया. प्रधानमंत्री कार्यालय ने पहले ही कहा कि ये औपनिवेशिक अतीत को दूर करेगा और समृद्ध भारतीय समुद्री विरासत के अनुरूप है.
औपनिवेशिक अतीत को दूर करने के लिए, सेंट जॉर्ज क्रॉस को भारतीय नौसेना के नए झंडे से हटा दिया गया है. इसके बजाय, अब झंडे के ऊपरी बाएं कोने पर तिरंगे के साथ राष्ट्रीय प्रतीक है. राष्ट्रीय प्रतीक एक अष्टकोणीय ढाल से घिरा हुआ है और एक लंगर के ऊपर है. इसके नीचे नौसेना का आदर्श वाक्य संस्कृत भाषा में 'शं नो वरुणः' लिखा है. नए ध्वज में अष्टकोण सौभाग्य, अनंत काल, नवीकरण का प्रतीक है और सभी दिशाओं से सकारात्मक ऊर्जा खींचता है. इस प्रकार, नया नौसेना सफेद पताका, भारत की गौरवशाली समुद्री विरासत में निहित है, साथ ही साथ हमारी नौसेना की वर्तमान क्षमताओं को भी दर्शाता है.
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आजादी के बाद से यह चौथी बार है जब नौसेना का ध्वज बदल गया है. नौसेना के ध्वज को इसके पहले साल 2001 में अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार के समय भी बदला गया था. इस दौरान भारतीय नौसेना ने सेंट जॉर्ज के क्रॉस के हटाकर नौसेना बैज लगाने का फैसला किया. इसमें राज्य के प्रतीक सारनाथ के सिंह राजचिह्न के नीचे एक लंगर का निशान था. हालांकि 2004 में ध्वज पर एक बार फिर से सेंट जॉर्ज रेडक्रॉस लगा दिया गया था.