धमतरी : रक्तदान शिविर का आयोजन किसी ना किसी शहर में होता है.लेकिन शादी कार्यक्रम में रक्तदान, नेत्रदान और देह दान का आयोजन बहुत ही कम देखने को मिलता है. इस बार कंडेल गांव में एक शादी समारोह के जरिए यह खास संदेश दिया गया. यहां शादी में दूल्हा दूल्हन समेत रिश्तेदारों ने ब्लड डोनेट किया और लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित किया. 8 जून को हुई इस शादी की चर्चा हर ओर हो रही है. इस आयोजन में न सिर्फ ब्लड डोनेट किया गया. बल्कि लोगों और परिजनों ने अंगदान और नेत्रदान करने की भी घोषणा की. कुल सात लोगों ने देहदान करने का फैसला लिया और 20 लोगों ने ब्लड डोनेट किया. ऐसा नहीं है कि कंडेल गांव से पूरे देश को पहली बार खास संदेश दिया गया है. इससे पहले भी साल 1920 में महात्मा गांधी ने कंडेल से नहर सत्याग्रह शुरू कर इस गांव से एक नए तरह के सत्याग्रह का संदेश दिया था. इस बार गांव के साहू परिवार ने अनोखा आयोजन कर पूरी दुनिया को खास संदेश दिया.
दूल्हे ने रक्तदान कर जताई खुशी: दूल्हा मुकेश साहू ने इस मौके पर कहा कि" शादी समारोह में ज्यादा से ज्यादा लोग और रिश्तेदार आते हैं. ऐसे में जीवन बचाने के लिए लोगों को रक्तदान करने की प्रेरणा दी गई. उन्हें संदेश दिया गया. हर किसी इंसान को कहीं न कहीं से शुरुआत करनी पड़ती है. इसलिए हम लोग आगे आकर ऐसा कर रहे हैं. हम लोगों के बीच रक्तदान और अंगदान करने का संदेश देते हैं."
"हमारा उदेश्य है कि हम लोगों को रक्तदान और अंगदान के प्रति जागरुक करें. परिवार के सदस्य के लिए भी लोग रक्तदान नहीं करते हैं. ऐसे में इस कार्य से हम लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करने का काम कर रहे हैं. हमारे परिवार में अब लोगों ने रक्तदान के साथ अंगदान का संकल्प लिया है.यही वजह है कि हमने शादी के कार्ड में भी इसका जिक्र किया. ताकि सभी रिश्तेदारों और जिन लोगों के पास भी यह कार्ड जाएगा. उन्हें भी रक्तदान और अंगदान का संदेश मिल पाएगा": शारदामणि साहू, दूल्हे के भाई
ब्लड बैंक से जुड़े लोगों ने की तारीफ: ब्लड बैंक कार्यकर्ता गजेंद्र कुमार रजक ने ईटीवी भारत से कहा कि" इस आयोजन से लोगों के बीच ब्लड डोनेट करने को लेकर एक पॉजिटिव संदेश जाएगा. क्योंकि रक्तदान कर हम कई लोगों की जिंदगी बचा सकते हैं. ब्लड डोनेशन से शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं. नया खून बनता है. शरीर में नई ऊर्जा आती है"
रक्तदान के साथ अंगदान का संकल्प : दूल्हा मुकेश कुमार और दुल्हन नेहा साहू परिणय सूत्र में बंध गए हैं. लेकिन जो संदेश उन्होंने दिया है वह समाज में हमेशा याद रहेगा. शादी के कार्ड में रक्तदान महादान का स्लोगन लिखवाया गया. साथ ही साथ लोगों को रक्तदान के साथ अंगदान का महत्व भी समझाया गया.इस तरह लोगों के बीच ब्लड डोनेट करने को लेकर एक अच्छा संदेश गया.
शादी का मौका मतलब खुशियों का अवसर होता है. जिसमें लोग नाचते गाते हैं. मेहमानों के आवभगत का खास ख्याल रखते हैं. इन सबके बीच कंडेल के साहू परिवार ने रक्त, नेत्र और देहदान शिविर का आयोजन कर मिसाल पेश की है. इसके साथ ही गांधी की धरती कंडेल से एक नया संदेश देने का काम किया है.