रतनगढ़/चूरू. जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है, जिसकी चर्चा शहर में खूब हो रही है. रतनगढ़ में निजी चिकित्सालय गंगाराम हॉस्पिटल में एक विचित्र नवजात का जन्म हुआ. इस नवजात बच्ची के चार हाथ और चार पैर थे. डॉ. कैलाश सोनगरा ने बताया कि रविवार की रात 8 बजे चिकित्सालय में राजलदेसर के वार्ड 3 निवासी 19 वर्षीय प्रसूता ममता कंवर पत्नी हजारी सिंह को प्रसव के लिए भर्ती करवाया गया. भर्ती कर प्रसूता की सोनोग्राफी की गई, जिसमें विचित्र नवजात दिखाई दिया. बच्चे की दो धड़कन का आभास हुआ. भर्ती होने के करीब एक घंटे बाद बिना ऑपरेशन के साधारण प्रसव करवाया गया.
डॉ. कैलाश सोनगरा ने बताया कि प्रसव के बाद नवजात जीवित थी, उसकी मौत करीब 20 मिनट बाद हो गई. उन्होंने बताया कि नवजात के एक सिर, चार हाथ, चार पैर और दो हार्ट के साथ दो रीड़ की हड्डी थी. डॉ. रीटा सोनगरा ने बताया कि इससे पूर्व प्रसूता की अन्य निजी चिकित्सालय में की गई सोनोग्राफी में नवजात नॉर्मल बताया गया था. इस तरह की डिफिकल्ट डिलिवरी को नॉर्मल करवाना भी हमारे लिए मुश्किल था, लेकिन समय रहते साधारण प्रसव करवा कर प्रसूता की जान को बचा लिया गया है. जबकि, नवजात की जन्म के 20 मिनट बाद मृत्यु हो गई. प्रसूता अभी पूर्णता स्वस्थ और नॉर्मल है. इस तरह की डिलीवरी को कंजनोकल एनोमली कहते हैं.
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चूरू जिले के रतनगढ़ का मामला : बता दें कि ये अनोखा मामला चूरू जिले के रतनगढ़ का है. वहीं, इस विचित्र दिखने वाले बच्ची के जन्म से स्थानीय लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. वहीं, चिकित्सालय गंगाराम हॉस्पिटल के डॉक्टर का कहना है कि इस बच्ची की नॉर्मल डिलीवरी हुई थी. डिलीवरी के बाद इसकी मां भी पूरी तरह स्वस्थ है.