भीलवाड़ा. पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने को लेकर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि कांग्रेस के युवराज लगातार जीएसटी का विरोध कर रहे हैं. दुनिया किस और आगे बढ़ रही है और कांग्रेस के युवराज किस और आगे बढ़ रहे हैं. भीलवाड़ा पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं है, वे राज्य इसके लिए तैयार नहीं हैं.
पीयूष गोयल गुरुवार को नगर परिषद् स्थित टाउन हॉल में भारतीय अर्थव्यवस्था एवं निर्यात में एमएसएमई एवं टेक्सटाइल सेक्टर के नवीन अवसर विषय पर कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर जीएसटी के मामले में कई राज्य सरकारें तैयार नहीं हैं. जिसके कारण पेट्रोल-डीजल को हम जीएसटी में ला नहीं पाए हैं. जीएसटी को लेकर हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी बयान दिया.
गोयल ने कहा कि वर्षों से हम पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में लाने के लिए कोशिश कर रहे हैं. लेकिन जहां हमारी सरकार नहीं है, वो राज्य सरकार पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में लाने के लिए तैयार नहीं हो रही हैं. वहीं राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यहां तक कि उनके युवराज जीएसटी का रोज मजाक उड़ाते रहते हैं. उनको यह ध्यान नहीं है कि दुनिया किस दिशा में चल रही है. पता नहीं युवराज किस दिशा में चल रहे हैं. एक प्रकार से इन सब के बावजूद हमको सोचना पड़ेगा कि किस तरह वस्त्र उद्योग का एक्सपोर्ट बढ़े.
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए गोयल ने कहा कि उद्योग केवल सरकार पर ही निर्भर रहेंगे, तो सफल नहीं हो सकते. यदि उद्योगपति सरकारों से आश लगाकर बैठे रहें और सोचें कि कोई आकर उन्हें कुछ देगा, तो वे कभी ग्रोथ नहीं कर सकते. हमें अंतरराष्ट्रीय पटल पर भीलवाड़ा को टेक्सटाइल हब बनाने के बारे में सोचना होगा. भारत सरकार ने कई स्किम लागू कर रखी है जिससे उद्योगपति अपने उद्योगों का विकास कर सकें. आगामी दिनों में टेक्सटाइल एक्सपोर्ट 3 से 8 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ेगा. आगामी 5 से 7 वर्षों में 10 गुना एक्सपोर्ट बढ़ने की संभावना है.
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राज्य सरकार के सवाल पर गोयल ने कहा कि राज्य सरकार अभी अपनी ही उलझनों से घिरी हुई है. उनको लघु उद्योग, सूक्ष्म उद्योग, एमएसएमई और निवेशकों को लाने का उत्साह नहीं है. राज्य और केन्द्र सरकार दोनों मिलकर कार्य करें, तभी उद्योगों का विकास होता है. भारत में निवेशक आते हैं और अलग-अलग राज्यों में चले जाते हैं, लेकिन राजस्थान में नहीं आते हैं. उसके पीछे राज्य सरकार को जरूर चिंता करने की आवश्यकता है.
उम्मीद नहीं हुई पूरी: केंद्रीय वस्त्र मंत्री के भीलवाड़ा पहुंचने पर वस्त्र उद्यमियों को काफी उम्मीद थी. वस्त्र उद्यमियों का मानना था कि टप योजना और टेक्सटाइल पार्क को लेकर मंत्री कुछ ना कुछ जरूर बयान देंगे. लेकिन टफ योजना को लेकर पीयूष गोयल ने कहा कि टफ मामले में कुछ उद्योगपतियों ने गलत फायदा उठाया है. इसके कारण यह योजना बंद हो गई है. जल्द ही पीएलआई टू योजना आ रही है. वहीं टेक्सटाइल पार्क को लेकर कहा कि टेक्सटाइल पार्क के लिए राज्य सरकार को केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजना होता है. राज्य सरकार ने जोधपुर के लिए प्रस्ताव भेजा है. इसलिए टेक्सटाइल पार्क यहां नहीं लग सकता है. फिर भी उद्यमी कहां इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं, यह उन पर निर्भर है.
निम्स के लिए राज्य सरकार से भिजवाएं प्रस्ताव: वस्त्र उद्यमियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि निम्स की स्थापना भीलवाड़ा में हो सकती है. इसके लिए यहां के उद्योगपति राज्य सरकार से केंद्र सरकार को प्रस्ताव भिजवाएं. इसके बाद यहां निम्स की स्थापना हो सकती है. जिससे उद्योगपतियों को संबल मिलेगा. कार्यक्रम के दौरान गोयल ने टेक्सटाइल से सम्बन्धित समस्याओं को लेकर उद्योगपतियों से चर्चा की.
कार्यक्रम में सांसद सीपी जोशी, कनकमल कटारा, सुभाष बहेडिया, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय महासचिव घनश्याम ओझा सहित कई गणमान्य उद्योगति व भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे. वहीं गोयल शहर के एक निजी रिसोर्ट में मेवाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स के बैनर तले वस्त्र उद्यमियों को संबोधित करने पंहुचे. गोयल ने 'भविष्य में उद्योगों की रूपरेखा एवं उद्योग विकास की संभावनाओं' के विषय पर प्रदेश के अन्य जिलों से आए उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा की भारत विश्व गुरु बनने जा रहा है. पूरा विश्व आज भारत की तरफ देख रहा है.
केंद्रीय मंत्री ने गहलोत सरकार पर साधा निशानाः केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल गुरुवार शाम चित्तौड़गढ़ पहुंचे. केंद्रीय मंत्री ने निवेश और कांग्रेस में अंदरूनी खींचतान को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राजस्थान में इन्वेस्टमेंट को लेकर इसी प्रकार का माहौल रहा तो कोई भी इन्वेस्टर नहीं आएगा. बीजेपी ने अपने 5 साल के कार्यकाल में जो मेहनत करके इन्वेस्टमेंट को बढ़ाया दिया, वह खत्म हो जाएगा. वहीं, कांग्रेस की अंदरूनी खींचतान पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार झगड़ों में व्यस्त है. प्रदेश के विकास के लिए कोई उसके पास समय नहीं है और मुख्यमंत्री दिन भर अपनी परछाई देखते रहते हैं कि कल कहां रहेंगे.