भोपाल : केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन (Union Minister of State for Information and Broadcasting L Murugan) ने अगले महीने होने वाले राज्य सभा उपचुनाव के लिए मंगलवार को मध्य प्रदेश से भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. उनके निर्विरोध चुने जाने की संभावना है, क्योंकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने 230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में भाजपा के 125 विधायकों की संख्या को देखते हुए पहले ही अपना उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारने का फैसला किया है.
मध्य प्रदेश की राज्य सभा की यह सीट थावरचंद गहलोत के इस्तीफे के कारण इस साल जुलाई में खाली हुई थी. गहलोत को जुलाई में कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया, जिसके कारण उन्होंने केन्द्रीय मंत्री के पद से भी इस्तीफा दिया था.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, मत्स्य, डेयरी एवं पशुपालन राज्य मंत्री मुरुगन ने मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव और चुनाव अधिकारी ए पी सिंह को यहां विधानसभा परिसर में अपना नामांकन पत्र सौंपा. इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी मौजूद थे.
मुरुगन तमिलनाडु के रहने वाले हैं और हाल ही में उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद में शामिल किया है. उन्हें मंत्रिपद बचाये रखने के लिए छह महीने के अंदर संसद सदस्य बनना होगा.
पत्रकारों से बातचीत में मुरुगन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को उन्हें राज्यसभा का प्रत्याशी बनाये जाने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने चौहान, शर्मा एवं अन्य प्रदेश भाजपा नेताओं के प्रति भी आभार व्यक्त किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, 'मुरुगन भाजपा के बहुत कर्मठ एवं समर्पित कार्यकर्ता हैं और प्रशासनिक के साथ-साथ संगठनात्मक क्षमता के धनी हैं. मध्य प्रदेश की धरती पर हम सब इनका हृदय से स्वागत करते हैं.' उन्होंने कहा, 'मुरुगन जी की संगठानात्मक दृष्टि से तमिलनाडु में भाजपा संगठन के विस्तार में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है. प्रदेश अध्यक्ष के नाते भी उन्होंने वहां काम किया है. मध्य प्रदेश का इस नाते भी सौभाग्य कि एक केंद्रीय मंत्री के रूप में मुरुगन मिले हैं. निश्चित तौर पर मध्य प्रदेश के विकास में और यहां की जनता के कल्याण में वह बहुत अहम भूमिका का निर्वहन करेंगे.' इससे पहले मुरुगन का भोपाल आगमन पर यहां राजाभोज हवाईअड्डे पर भाजपा नेताओं ने भव्य स्वागत किया.
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चुनाव अधिकारी सिंह ने बताया राज्य सभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 22 सितंबर है और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 27 सितंबर है. यदि जरूरी हुआ, तो चार अक्टूबर को मतदान होगा.
मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं, जिनमें से भाजपा के 125 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के 95, बसपा के दो, सपा का एक तथा चार निर्दलीय विधायक हैं. तीन सीटें वर्तमान में खाली हैं. राज्य की 11 राज्य सभा सीटों में से भाजपा के पास वतर्मान में सात और कांग्रेस की तीन सीटें हैं.
(पीटीआई-भाषा)