हैदराबाद: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किशन रेड्डी ने साफ कर दिया है कि उनका मकसद कल्वाकुंट परिवार को गद्दी से उतारना है. वे तेलंगाना में बुलडोजर सरकार चाहते हैं. उन्होंने भाजपा अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के अवसर पर नामपल्ली में पार्टी कार्यालय में आयोजित एक बैठक में यह बात कही. उन्होंने कहा कि दिन गिनें केसीआर. हम आपके परिवार को फार्महाउस तक सीमित कर देंगे. आपका परिवार गुलाम नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि प्रगति भवन को निज़ाम के महल जैसा बनाया गया था. गरीबों के घर के लिए जगह और पैसा नहीं है. बीआरएस ने कांग्रेस पार्टी को भ्रष्ट कर दिया है. हम किस पार्टी के साथ हैं... हमारा लक्ष्य कल्वाकुंट परिवार को गद्दी से उतारना है. किशन रेड्डी ने कहा कि एक हजार केसीआर, एक लाख औवेसी और राहुल गांधी, 2024 में नरेंद्र मोदी को नहीं रोक पाएंगे. विपक्षी गठबंधन में प्रधानमंत्री कौन बनेगा यह पता नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि अगर वह गठबंधन सत्ता में आया तो हर 3 महीने में प्रधानमंत्री बदल जाएगा. उस कुर्सी पर किसी को बैठने की इजाजत नहीं है. एक पैर पकड़ता है तो दूसरा हाथ पकड़कर खींचता है. देश की जनता प्रभावी नेतृत्व चाहती है. कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष बंदी संजय ने भी शिरकत की. बंदी संजय ने कहा कि पार्टी के कुछ सदस्यों ने उनके खिलाफ शिकायत की थी. उन्हें दिल्ली जाकर शिकायत करने से परहेज करने की सलाह दी गई.
बंदी संजय ने पिछले समय को याद करते हुए कहा कि वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने के बाद दो बार जेल गए थे, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह संतुष्ट हैं कि उन्होंने अध्यक्ष के रूप में अपना कर्तव्य पूरा किया है. कार्यभार संभालने से पहले किशन रेड्डी ने सुबह पुराने शहर के भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा की और अंबर पेटा में ज्योति रावुले की मूर्ति पर श्रद्धासुमन अर्पित किए.
वहां से वह बशीरबाग स्थित कनकदुर्गा मंदिर गए और पूजा की. बाद में, किशन रेड्डी, जिन्होंने टैंकबंड पर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, विधान सभा के सामने गन पार्क गए और शहीद स्तूपम पर श्रद्धांजलि अर्पित की. बाद में वह एक विशाल रैली में नामपल्ली स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय आये और अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला.