नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को नई दिल्ली में भाजपा नेताओं के साथ विश्वकर्मा योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे. इसके लिए वह बीजेपी केंद्रीय कार्यालय पहुंच गए. अमित शाह इस योजना को लेकर तैयारियों की समीक्षा करेंगे. केंद्रीय गृह मंत्री इस योजना को सही तरीके से क्रियान्वित करने के लिए एक टीम बनाकर नियुक्त करेंगे.
पंजीकरण, प्रशिक्षण, कार्यान्वयन आदि पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. आज तक 2 लाख विश्वकर्मा लोगों ने पंजीकरण कराया है. पांच वर्षों में इस योजना के तहत अन्य 30 लाख लोगों के पंजीकरण की उम्मीद है. हर साल छह लाख पंजीकरण किए जाएंगे. पिछले महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू की थी.
विश्वकर्मा योजना पर 13,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. यह पूरी तरह केंद्र द्वारा वहन किया जाएगा. इस योजना के लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र समेत उन्नत प्रशिक्षण, कौशल उन्नयन, 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन राशि एक लाख रुपये प्रदान किया जाएगा. यह पहली किश्त होगी जो बगैर किसी गारंटी के प्रदान किया जाएगा.
इसके बाद 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) प्रदान की जाएगी. इसका ब्याज दर काफी किफायती है. महज 5 फीसदी की दर से ब्याज लिया जाएगा. लेनदेन डिजिटल रूप में होगा. पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 18 पारंपरिक शिल्पों को शामिल किया जाएगा. इसमें प्रमुख रूप से बढ़ई, नाव बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी,चटाई, झाड़ू बनाने वाले, बुनकर, खिलौना बनाने वाले, नाई, माला बनाने वाले, धोबी, दर्जी और मछली जाल बनाने वाले शामिल हैं.