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Umesh Pal Murder Case: अतीक अहमद के भाई अशरफ ने प्लान पर लगाई थी मुहर

Umesh Pal Murder Case: प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड की साजिश की परतें खुलने शुरू हो चुकी हैं. पुलिस के अनुसार हत्याकांड की साजिश बरेली जेल में रची गई थी. हर किरदार की जिम्मेदारी उसी जेल में तय की गई थी. वहीं पुलिस हत्याकांड में शामिल दो बदमाशों को ढेर भी कर चुकी है.

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Published : Mar 7, 2023, 11:51 AM IST

Updated : Mar 7, 2023, 4:43 PM IST

लखनऊ : उमेश पाल हत्याकांड की साजिश बरेली जेल में रची गई थी. हर किरदार की जिम्मेदारी उसी जेल में तय की गई थी. अतीक अहमद का भाई उमेश हत्याकांड को अंजाम देने से पहले एक बार सभी शूटर्स को देख कर प्लान पर मुहर लगाना चाहता था. इसके लिए सभी शूटर्स सोमवार को कौंधियारा में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए विजय उर्फ उस्मान चौधरी के साथ अशरफ से मिलने बरेली जेल गए थे.


पुलिस जांच में सामने आया है कि हत्याकांड को अंजाम देने से 13 दिन पहले 11 फरवरी को अतीक का बेटा असद, गुलाम और विजय उर्फ उस्मान अशरफ से मिलने बरेली जेल गया था. एसटीएफ को पता चला है कि बरेली जेल में ही उमेश पाल की हत्या करने, इस्तेमाल होने वाले शूटर्स और फरार होने का एग्जिट प्लान तैयार हुआ और उस पर अशरफ ने मुहर लगाई थी. अब बरेली जेल से बीते महीनों में अशरफ से हुई सभी मुलाकातों का ब्योरा खंगाला जा रहा है.

गुलाम ने कराई थी उस्मान की साजिश में एंट्री : विजय चौधरी उर्फ उस्मान की अतीक गैंग में एंट्री गुलाम ने कराई थी. गुलाम ने ही उमेश पाल की हत्या करने की साजिश में विजय उर्फ उस्मान को शामिल किया था. हालांकि उस्मान अब तक अतीक के किसी चर्चित अपराध में साथ नही दिया था. ऐसे में हत्याकांड के बाद पुलिस ने असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, अरमान व अरबाज की तो वारदात के बाद पहचान कर ली थी, लेकिन विजय उर्फ उस्मान की पहचान नहीं हो पाई थी. हालांकि सैकड़ों फोन नंबर को ट्रेस करने के बाद उस्मान को पहचान की गई थी.


दरअसल, 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज में उमेश पाल (Umesh Pal Murder Case) और उनके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद व राघवेंद्र पर दिनदहाड़े हमला हुआ था. इस हमले में आरोपियों ने उमेश पाल व गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर धूमनगंज थाने में साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद, अतीक के भाई अशरफ, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया था. पुलिस अब तक शूटर अरबाज और विजय उर्फ उस्मान को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है. इस पूरे हत्याकांड को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मुस्लिम हॉस्टल में मौजूद अपने कमरे में प्लानिंग बनाने वाले सदाकत खान को गिरफ्तार किया गया है.

यह भी पढ़ें : Lucknow Crime News : किराएदार को फ्लैट बेचने का झांसा देकर हड़प लिए 18 लाख, फ्लैट मालिक सहित 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज

लखनऊ : उमेश पाल हत्याकांड की साजिश बरेली जेल में रची गई थी. हर किरदार की जिम्मेदारी उसी जेल में तय की गई थी. अतीक अहमद का भाई उमेश हत्याकांड को अंजाम देने से पहले एक बार सभी शूटर्स को देख कर प्लान पर मुहर लगाना चाहता था. इसके लिए सभी शूटर्स सोमवार को कौंधियारा में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए विजय उर्फ उस्मान चौधरी के साथ अशरफ से मिलने बरेली जेल गए थे.


पुलिस जांच में सामने आया है कि हत्याकांड को अंजाम देने से 13 दिन पहले 11 फरवरी को अतीक का बेटा असद, गुलाम और विजय उर्फ उस्मान अशरफ से मिलने बरेली जेल गया था. एसटीएफ को पता चला है कि बरेली जेल में ही उमेश पाल की हत्या करने, इस्तेमाल होने वाले शूटर्स और फरार होने का एग्जिट प्लान तैयार हुआ और उस पर अशरफ ने मुहर लगाई थी. अब बरेली जेल से बीते महीनों में अशरफ से हुई सभी मुलाकातों का ब्योरा खंगाला जा रहा है.

गुलाम ने कराई थी उस्मान की साजिश में एंट्री : विजय चौधरी उर्फ उस्मान की अतीक गैंग में एंट्री गुलाम ने कराई थी. गुलाम ने ही उमेश पाल की हत्या करने की साजिश में विजय उर्फ उस्मान को शामिल किया था. हालांकि उस्मान अब तक अतीक के किसी चर्चित अपराध में साथ नही दिया था. ऐसे में हत्याकांड के बाद पुलिस ने असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, अरमान व अरबाज की तो वारदात के बाद पहचान कर ली थी, लेकिन विजय उर्फ उस्मान की पहचान नहीं हो पाई थी. हालांकि सैकड़ों फोन नंबर को ट्रेस करने के बाद उस्मान को पहचान की गई थी.


दरअसल, 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज में उमेश पाल (Umesh Pal Murder Case) और उनके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद व राघवेंद्र पर दिनदहाड़े हमला हुआ था. इस हमले में आरोपियों ने उमेश पाल व गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर धूमनगंज थाने में साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद, अतीक के भाई अशरफ, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया था. पुलिस अब तक शूटर अरबाज और विजय उर्फ उस्मान को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है. इस पूरे हत्याकांड को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मुस्लिम हॉस्टल में मौजूद अपने कमरे में प्लानिंग बनाने वाले सदाकत खान को गिरफ्तार किया गया है.

यह भी पढ़ें : Lucknow Crime News : किराएदार को फ्लैट बेचने का झांसा देकर हड़प लिए 18 लाख, फ्लैट मालिक सहित 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज

Last Updated : Mar 7, 2023, 4:43 PM IST
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