मुंबई : उद्धव ठाकरे गुट को फिर से झटका लगा है. उनके समर्थक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत शिवसेना में शामिल हो गए हैं, यानि वे शिंदे गुट में शरीक हो गए हैं. उन्हें उद्धव ठाकरे का करीबी माना जाता था. दो दिन पहले उद्धव गुट के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई के बेटे भी शिंदे गुट में शरीक हो गए थे. हालांकि, देसाई ने कहा कि उनका बेटा भूषण देसाई पार्टी में सक्रिय नहीं था. लेकिन भूषण देसाई ने बताया कि उनके लिए बाला साहेब ठाकरे भगवान हैं, एकनाथ शिंदे असली हिंदुत्व को आगे बढ़ा रहे हैं.
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I welcome Dr. Deepak Sawant to our Shiv Sena party. We will benefit from his experience: Maharashtra CM Eknath Shinde pic.twitter.com/Q3FD11T8iL
— ANI (@ANI) March 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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शिवसेना को लेकर उद्धव गुट और शिंदे गुट के बीच विवाद जारी है. वैसे तो मामला सुप्रीम कोर्ट में है, लेकिन चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को असली शिवसेना घोषित कर दिया है. उद्धव ठाकरे लगातार शिंदे और भाजपा पर प्रहार कर रहे हैं. उन्होंने भाजपा को अफजल खान जैसा बताया. अफजल खान ने भारत पर आक्रमण के दौरान हिंदुओं के मंदिरों को तहस-नहस कर दिया था. ठाकरे ने कहा कि भाजपा उनकी तरह ही बर्ताव कर रही है, और महाराष्ट्र की जनता उन्हें कभी भी माफ नहीं करेगी. उद्धव ने कहा कि सभी लोग डरे हुए हैं, जो कोई उनकी बात नहीं मानता है, वे उनके पीछे ईडी-सीबीआई लगा देते हैं, कभी जेल में डाल देते हैं, लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं.
आपको बता दें कि पिछले साल महाराष्ट्र की एमवीए सरकार में बगावत हो गई थी. शिवसेना दो फाड़ हो गई. अधिकांश विधायकों ने एकनाथ शिंदे का साथ दिया. भाजपा ने शिंदे को समर्थन देकर उनकी सरकार बनाई. इस विवाद के बाद पार्टी के चुनाव चिह्न और झंडे पर विवाद हुआ. अभी चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को ही असली शिवसेना करार दे दिया. उद्धव ठाकरे ने इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी है.
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