कुपवाड़ा: जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों को एक अभियान में बड़ी कामयाबी मिली है. एक संयुक्त अभियान में दो संदिग्ध पकड़े गए हैं. संदिग्धों के पास से आपत्तिजनक सामान, हथियार और गोलाबारूद बरामद किए गए हैं. इनकी पहचान नहीं हो पाई है. पुलिस गहराई से पूछताछ में जुटी है. पुलिस को आशंका है कि संदिग्ध किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे.
जानकारी के अनुसार विशिष्ट खुफिया सूचना पर भारतीयसेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा शुरू किए गए एक संयुक्त अभियान में आज कुपवाड़ा के गुशी ब्रिज पर एक मोबाइल वाहन अवरोधन पोस्ट (एमवीआईपी) स्थापित किया गया. वाहनों की जांच की जा रही थी. इस बीच दो संदिग्ध नजर आए. शक होने पर पुलिस ने इन्हें रोका और इनसे पूछताछ शुरू की.
इस दौरान इन्होंने पुलिस को संतोषजनक जवाब नहीं दिया और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की. शक गहराने पर इनकी तलाशी ली गई. इस दौरान दोनों संदिग्धों के पास से आपत्तिनजक सामान बरामद किए गए. साथ ही हैंड ग्रेनेड, पिस्तौल, गोला बारूद भी पाए गए. इसे तुरंत जब्त कर लिया गया और दोनों को हिरासत में ले लिया गया.
मारे गए थे दो आतंकी:बता दें कि पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में राजौरी के बाजी मॉल वन क्षेत्र में एक एनकाउंटर में दो अधिकारी (कैप्टन) सहित चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे. क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियकों की खुफिया सूचना पर विशेष बलों सहित सैनिकों को इलाके में तैनात किया गया था. हालांकि बाद में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए थे.
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टेरर फंडिंग में गिरफ्तारी: वहीं, राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने दक्षिण कश्मीर के एक सर्जन की पत्नी शबरोजा बानो को गिरफ्तार किया. आरोप है कि उसने क्राउड फंडिंग के जरिए धन जुटाकर आतंकियों की मदद की. बताया जाता है कि आरोपी ने क्राउड फंडिंग के जरिए करोड़ों रुपये जुटाए और इसका दुरुपयोग किया. खासकर कश्मीर घाटी में कट्टरवाद को बढ़ावा देने के लिए इस धन का इस्तेमाल किया गया.