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नौसेना को मिलने वाले हैं दो डाइविंग सपोर्ट वेसल, जानें कैसे सेना को करेंगे मजबूत

भारतीय नौसेना को दो ‘डाइविंग सपोर्ट वेसल' (diving support vessel) मिलने वाले हैं, जिसके बाद नौसेना की ताकत और भी बढ़ जाएगी. नौसेना के अधिकारियों की माने तो ये डीएसवी (DSV) अपनी तरह के पहले पोत हैं और इनका इस्तेमाल गहरे समुद्र में गोते लगाने संबंधी अभियान में किया जाएगा.

डाइविंग सपोर्ट वेसल
डाइविंग सपोर्ट वेसल
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Published : Sep 22, 2022, 12:31 PM IST

नई दिल्ली: नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार की मौजूदगी में गुरूवार को विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना के दो ‘डाइविंग सपोर्ट वेसल' (diving support vessel) का जलावतरण किया जाएगा. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि डीएसवी (DSV) अपनी तरह के पहले पोत हैं और इनका डिजाइन तथा निर्माण हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड, विशाखापत्तनम ने नौसेना के लिए किया है. नौसेना ने कहा कि 22 सितंबर को इनका जलावतरण किया जाएगा.

भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने कहा कि नौसेना प्रमुख एडमिरम आर. हरि कुमार (Navy Chief Admiram R. Hari Kumar) इस जलावतरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे. इसके अलावा नौसेना ने कहा कि पोत का उद्घाटन एडमिरल की पत्नी कला हरि कुमार करेंगी, जो 'नेवी वेल्फेयर एंड वेलनेस एसोसिएशन’ (एनडब्ल्यूडब्ल्यूए) (Navy Welfare and Wellness Association) की अध्यक्ष हैं. अपने द्वारा जारी एक बयान में नौसेना ने कहा कि डीएसवी (DSV) पोत 118.4 मीटर लंबे और 22.8 मीटर चौड़े हैं तथा उनका वजन 9,350 टन है.

पढ़ें: शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के आयोजन संबंधी उद्धव गुट की याचिका पर सुनवाई आज

इसके अलावा नौसेना ने अपने बयान में कहा कि इन पोत को गहरे समुद्र में गोते लगाने संबंधी अभियान में तैनात किया जाएगा. ये पोत सतत गश्त करने, तलाश एवं बचाव अभियान चलाने तथा ऊंची लहरों के दौरान हेलीकॉप्टर अभियानों के संचालन में सक्षम हैं. नौसेना के अनुसार 80 प्रतिशत स्वदेशी घटकों वाली डीएसवी परियोजना ने स्थानीय स्तर पर रोजगार के अपार अवसर पैदा किए हैं, साथ ही स्वदेशीकरण को बढ़ावा दिया है, जिससे भारत की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने में मदद मिलेगी.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार की मौजूदगी में गुरूवार को विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना के दो ‘डाइविंग सपोर्ट वेसल' (diving support vessel) का जलावतरण किया जाएगा. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि डीएसवी (DSV) अपनी तरह के पहले पोत हैं और इनका डिजाइन तथा निर्माण हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड, विशाखापत्तनम ने नौसेना के लिए किया है. नौसेना ने कहा कि 22 सितंबर को इनका जलावतरण किया जाएगा.

भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने कहा कि नौसेना प्रमुख एडमिरम आर. हरि कुमार (Navy Chief Admiram R. Hari Kumar) इस जलावतरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे. इसके अलावा नौसेना ने कहा कि पोत का उद्घाटन एडमिरल की पत्नी कला हरि कुमार करेंगी, जो 'नेवी वेल्फेयर एंड वेलनेस एसोसिएशन’ (एनडब्ल्यूडब्ल्यूए) (Navy Welfare and Wellness Association) की अध्यक्ष हैं. अपने द्वारा जारी एक बयान में नौसेना ने कहा कि डीएसवी (DSV) पोत 118.4 मीटर लंबे और 22.8 मीटर चौड़े हैं तथा उनका वजन 9,350 टन है.

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इसके अलावा नौसेना ने अपने बयान में कहा कि इन पोत को गहरे समुद्र में गोते लगाने संबंधी अभियान में तैनात किया जाएगा. ये पोत सतत गश्त करने, तलाश एवं बचाव अभियान चलाने तथा ऊंची लहरों के दौरान हेलीकॉप्टर अभियानों के संचालन में सक्षम हैं. नौसेना के अनुसार 80 प्रतिशत स्वदेशी घटकों वाली डीएसवी परियोजना ने स्थानीय स्तर पर रोजगार के अपार अवसर पैदा किए हैं, साथ ही स्वदेशीकरण को बढ़ावा दिया है, जिससे भारत की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने में मदद मिलेगी.

(पीटीआई-भाषा)

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