भोपाल : मध्य प्रदेश के मंदसौर में रविवार दोपहर को जिला कांग्रेस कार्यालय में बैठक बुलाई गई. ये बैठक निकाय चुनाव के मद्देनजर थी, जिसमें कांग्रेस नेताओं के साथ पर्यवेक्षक भी शामिल हुए. इस बैठक के दौरान दो कांग्रेसी नेता आपस में भिड़ गए. उनके बीच विवाद इतना बढ़ता गया कि हाथापाई की नौबत आ पहुंची और दोनों ने एक दूसरे को जमकर पीटा.
इस मारपीट में ब्लॉक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद खलील शेख गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं जैसे ही इस मामले की जानकारी पुलिस को मिली, तो पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया.
पुरानी FIR पर हुआ विवाद
रविवार को कांग्रेस ऑफिस में ब्लॉक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद खलील शेख और पूर्व जनपद सदस्य असगर मेव के बीच विवाद हुआ. ये विवाद पुरानी FIR को लेकर हुआ. इस दौरान मौके पर पर्यवेक्षक बटुक शंकर जोशी और जिला कांग्रेस अध्यक्ष नवकृष्ण पाटिल भी मौजूद थे.
विवाद की असली वजह
कांग्रेस ऑफिस में जब कांग्रेस कार्यकर्ता और प्रर्यवेक्षक बैठकर चर्चा कर रहे थे, इसी दौरान ब्लॉक कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष खलील शेख ने पर्यवेक्षक के सामने खड़े होकर कहा कि कांग्रेस कि सरकार के रहते कांग्रेस के बड़े नेता पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा ने उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया था. जब अपने ही नेता ऐसा करेंगे, तो कैसे काम चलेगा ? खलील शेख की इस बात पर नाहटा समर्थक असगर मेव ने दलील देनी शुरू की और बातचीत से विवाद शुरू हो गया, जो की मारपीट तक जा पहुंचा.
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पुलिस ने कराया मामला शांत
कांग्रेस ऑफिस में शुरू हुई मारपीट की बात जैसे ही पुलिस को मिली तो तुरंत कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद कांग्रेस ऑफिस में मामले को शांत कराया गया.
दोनों नेता अस्पताल में भर्ती
इस मारपीट में दोनों कांग्रेस नेता घायल हो गए हैं. एक ओर जहां नेता खलील शेख को जिल अस्पताल पहुंचाया गया है, वहीं मारपीट में असगर मेव भी घायल हुए हैं, जिन्हें भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.
कई नेता हुए घायल
जैसे ही दोनों नेताओं के बीच मारपीट शुरू हुई वैसे ही असगर मेव ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर मोहम्मद खलील शेख को जमकर पीटा. साथ ही मोहम्मद खलील शेख समर्थक और असगर मेव के समर्थकों के बीच भी मारपीट हो गई. इस मारपीट में कई कांग्रेसकर्ता भी घायल हुए हैं.
पर्यवेक्षक ने दावेदारों के साथ की चर्चा
इस मारपीट के बाद और ऑफिस में मामला शांत होने के बाद पर्यवेक्षक बटुकशंकर जोशी ने नपा चुनाव के दावेदारों से बंद कमरे में मुलाकात कर चर्चा की, जो कि शाम तक चलती रही.