नई दिल्ली : राजधानी में कोरोना के मामले भले ही कम होने लगे हों, लेकिन मौत के आंकड़े लगातार डरा रहे हैं. वहीं राजधानी दिल्ली के कब्रिस्तान में अब जगह की कमी होने लगी है. कब्रिस्तान में जगह की कमी का आलम यह है कि गाजीपुर श्मशान घाट में दो ईसाई समुदाय के लोगों का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से किया गया.
गाजीपुर श्मशान घाट के मुख्य पुजारी सुशील ने बताया कि श्मशान घाट में बीते कुछ दिनों के दौरान कोरोना से मृत दो ईसाई समुदाय के लोगों का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से किया गया है. कब्रिस्तान में जगह ना मिलने के कारण इनके परिजनों ने श्मशान घाट पर संपर्क किया था. इसके बाद उनका अंतिम संस्कार कराया गया. अंतिम संस्कार कराने से पहले उनके परिवार से लिखित में प्रार्थना पत्र लिया गया है, ताकि भविष्य में कोई विवाद ना पैदा हो.
इसके साथ ही राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जहां मौत हुई थी वहां से भी डॉक्यूमेंट मंगाए गए थे. परिजनों की रजामंदी मिलने के बाद पूरे विधि विधान से गाजीपुर श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया
अस्थियां चुनने आए परिजन
गाजीपुर श्मशान घाट के मुख्य पुजारी सुशील ने बताया कि पूरे विधि विधान से अंतिम संस्कार होने के बाद अगले दिन दोनों मृतक के परिजन श्मशान घाट आएं और फूल चुनने की प्रक्रिया पूरी की गई. फुल चुनने के बाद उनके परिजनों द्वारा उन्हें यमुना नदी में प्रवाहित कर दिया गया, तो कुछ फूलों को नजदीकी कब्रिस्तान में दफना दिया गया.
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