श्रीनगर: कश्मीर की डल झील और जबरवान पहाड़ियों के बीच महकता एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप उद्यान 'इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन' रविवार को जनता के लिए खोल दिया गया. उद्घाटन समारोह में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि इस साल बगीचे में लगभग 68 किस्मों के ट्यूलिप महकेंगे. बगीचे के प्रभारी इनाम-उल-रहमान ने कहा कि विभिन्न रंगों के 15 लाख ट्यूलिप के अलावा, उद्यान में वसंती मौसम के अन्य फूल भी हैं, जैसे अंगूर जलकुंभी, नरगिस, मस्करी और साइक्लेमेन, प्रदर्शन पर हैं. उद्यान को सिराज बाग के नाम से भी जाना जाता है.
उन्होंने कहा, 'हर साल हम इस उद्यान का विस्तार करते हैं और यहां नई किस्मों को प्रदर्शित किया जाता है. इस साल हमने फाउंटेन चैनल’ का विस्तार किया है.' उन्होंने कहा कि जब बगीचा पूरी तरह से खिल जाएगा, तो यह ट्यूलिप से बने इंद्रधनुष की तरह लगेगा. बागवानी विभाग ट्यूलिप को चरणबद्ध तरीके से लगाता है ताकि फूल एक महीने या उससे अधिक समय तक बगीचे में रहें. उपराज्यपाल ने कहा कि पिछले साल उद्यान में 3.60 लाख लोग आए थे, जो कि खोले जाने के बाद से सबसे ज्यादा है.
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सिन्हा ने उम्मीद जताई कि इस साल पर्यटकों की संख्या पिछले साल की संख्या से अधिक होगी और कहा कि जम्मू क्षेत्र के सनासर इलाके में अप्रैल में एक नया ट्यूलिप गार्डन खोला जाएगा, जिसमें 25 किस्मों के 2.75 लाख ट्यूलिप खिलेंगे. इस उद्यान को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. इसे सेल्फी प्वाइंट के नाम से भी जाना जाने लगा. पिछले कुछ वर्षों में कोरोना महामारी के कारण यहां पर्यटकों में भारी कमी आई. लेकिन अब फिर यहां पर्यटकों का आना शुरू हो गया है.
(पीटीआई-भाषा)