पुणे : भूमाता ब्रिगेड की संस्थापक तृप्ति देसाई ने भक्तों के लिए ड्रेस कोड और इसके बारे में शिरडी ट्रस्ट द्वारा लगाए गए संकेतों को हटाने की मांग की है. उन्होंने कहा है अगर ऐसा नहीं होता है तो वह खुद मंदिर जाकर इन संकेतों को हटाएंगी.
तृप्ति देसाई की मांग को लेकर शिरडी के मंडल मजिस्ट्रेट गोविंद शिंदे ने साई बाबा मंदिर में उनके प्रवेश को प्रतिबंधित कर नोटिस जारी कर दिया है. तृप्ति देसाई पर 8 दिसंबर से 11 दिसंबर तक की अवधि के लिए शिरडी सीमा में प्रवेश करने को लेकर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
बता दें कि शिरडी साईं बाबा मंदिर ट्रस्ट ने भक्तों से संस्कृत पोशाक पहन कर आने का आग्रह किया है. मंदिर प्रांगण में भक्तों से सभ्य पोशाक पहनने की अपील की गई है. इसके बारे में भक्तों को जानकारी देने के लिए बोर्ड भी लगाए गए हैं.
इसको लेकर तृप्ति देसाई ने कहा कि शिरडी ट्रस्ट द्वारा लगाए गए संकेत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ हैं. इसके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्होंने हमें नोटिस दिया है. संविधान ने हमें आंदोलन करने का अधिकार दिया है. इसलिए हम शिरडी जाएंगे.
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मंदिर ट्रस्ट ने यह स्पष्ट किया है कि केवल भारतीय पोशाक, जैसे- सलवार-सूट, साड़ी, कुर्ता-पजामा पहनकर या सभ्य वेशभूषा पहनकर आने वाले भक्तों को ही मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति होगी. वहीं छोटे कपड़े पहनने वाले भक्तों को वापस भेजा जा रहा है.