रतलाम। प्रदेश की बीजेपी की लहर के बीच नई पार्टी ने अन्य उम्मीदवार के तौर पर प्रदेश को एक विधायक देकर अपनी दस्तक दे दी है. जबसे यहां से विधायक जीतकर जनता ने विधानसभा में पहुंचाया है, तब से इस सीट की चर्चा हो रही है. ये सीट है प्रदेश रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट. इस सीट पर भारत आदिवासी पार्टी के टिकट पर 33 साल के कमलेश्वर डोडियार ने जीत का परचम फहराया है.
उन्होंने इस सीट से हर्ष विजय गहलोत को हराया है. बता दें, कमलेश्वर डोडियार एक बेहद ही गरीब परिवार से आते हैं. उनकी मां आज भी मजदूरी करती है. वे आज भी झोपड़ी में ही रहते हैं. उन्हें बारिश से बचने के लिए तिरपाल तक डालना पड़ती है. ऐसे में ईटीवी भारत ने उनसे इंटरव्यू किया.
उन्होंने अपनी जीत का आधार क्षेत्र की जनता को बताया और खेती के लिए गरीब तबके के किसानों के लिए पानी और बिजली की व्यवस्था और रोजगार के लिए उनका पलायन रोकना पहली प्राथमिकता बताया. वहीं, मीडिया से चर्चा के दौरान सरकार के मुखिया से असमंजस को लेकर कहा- मेरे क्षेत्र की गरीब जनता के लिए में सबसे दोस्ती कर लूंगा. ये मेरे लिए कोई बड़ी बात नहीं है.
4 हजार 618 वोट से मिली जीत: 3 दिसंबर को आए विधानसभा चुनावों के परिणामों ने जहां भारतीय जनता पार्टी को एकतरफा बहुमत दिलाया. वहीं, रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट से भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी 33 वर्षीय कमलेश डोडियार ने 4 हजार 618 मतों से जीत हासिल की है.इधर, रतलाम जिले की 5 विधानसभा सीटों में से चार पर भारतीय जनता पार्टी ने अपना कब्जा जमाया, लेकिन जिले की सैलाना सीट पर भारतीय जनता पार्टी तीसरे नंबर पर पहुंच गई.
जनता के बीच जश्न मनाने पहुंचे डोडियार: वहीं, चुनाव जीतने के पश्चात अपने क्षेत्र के लोगों के बीच जश्न मनाने पहुंचे कमलेश डोडियार ने मौजूदा जन समर्थन को संबोधित करते हुए कहा कि अपने क्षेत्र का मैं अकेला विधायक नही, बल्कि मेरे क्षेत्र का हर एक नागरिक विधायक है.