जम्मू : कोरोना महामारी के कारण जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पत्नीटॉप बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिससे यहां के होटल व्यवसायी, दुकानदार, ट्रांसपोर्टर और दिहाड़ी मजदूर परेशान हैं.
जम्मू संभाग का यह एकमात्र पर्यटन स्थल साल 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद शटडाउन और फिर कोरोना लॉकडाउन से यहां पर्यटकों का आना लगभग बंद हो गया है और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के सामने रोजगार का बड़ा संकट पैदा हो गया है.
पिछले दो साल से लॉकडाउन और कर्फ्यू के कारण होटल मालिक, व्यापारी, घुड़सवार, जमींदार, मजदूर और ट्रांसपोर्टर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
भाजपा नेता जगदीश चंद ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि पिछले दो साल से पत्नीटॉप के कारोबारी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. लॉकडाउन ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है.
उन्होंने कहा कि जिन व्यवसायियों ने होटल और दुकानें किराए पर ली हैं, उनके लिए किराया और कर्मचारियों का वेतन देना नामुमकिन है. स्थिति पहले से भी बदतर हो गई है.
वहीं, एक स्थानीय दुकानदार ने कहा कि पिछले साल भी सरकार ने किराया और कर्ज माफ करने की घोषणा की थी. इस बार भी सरकार की तरफ से सरकार की तरफ से वित्तीय सहायता करनी चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार और उपराज्यपाल से लॉकडाउन के नुकसान की भरपाई के लिए वित्तीय सहायता देने का आग्रह किया.