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Rainfall in Gujarat: जूनागढ़ में एक ही दिन में कुल 11 इंच बारिश, जनजीवन अस्त-व्यस्त

गुजरात में पिछले 24 घंटे से जमकर बारिश हो रही है. कई जिलों में तकरीबन 11 इंच की बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

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Published : Jun 30, 2023, 4:37 PM IST

जूनागढ़ में एक ही दिन में कुल 11 इंच बारिश

गांधीनगर: पिछले 24 घंटों के दौरान गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लगातार और मूसलाधार बारिश के कारण जूनागढ़, विसावदर, ऊना, वेरावल, तलाला, कोडिनार समेत तमाम शहरों में आपदा जैसे दृश्य कैमरे में कैद हो रहे हैं. भारी बारिश के कारण जलाशय और नदियाँ भी लबालब भर गईं हैं और सभी शहरों की सड़कों पर नदियाँ बह रही हैं. एक दिन में 11 इंच तक बारिश होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

भारी बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग ने जूनागढ़ और गिर सोमनाथ जिलों और खासकर तटीय इलाके में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं. गुरुवार को गुजरात में 11 इंच की बारिश हुई है. अभी लोग इससे बाहर भी नहीं निकल पाए थे कि आज एक बार फिर भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है. अगर आज भी भारी बारिश हुई तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है. पहली बारिश से सभी जलाशयों, बांधों और नदी नालों में पानी भर गया है. अब यह तय लग रहा है कि बारिश लोगों की परेशानी बढ़ाएगी.

पिछले 24 घंटों के दौरान सोरठ पंथक में बेहद भारी बारिश हुई है. सबसे अधिक बारिश जूनागढ़ शहर और तालुक में 10.45 इंच दर्ज की गई. फिर सोमनाथ जिले के तलाला में करीब सात इंच बारिश दर्ज की गई है. जूनागढ़ के मेंदारा में 6.45 इंच, विसावदर में 6.15 इंच, सोमनाथ के सूत्रपाड़ा में 6.45 इंच, ऊना में 5.15 इंच, भेसान में 5.74 इंच और वेरावल में 4.70 इंच बारिश हुई है. बारिश के आंकड़े 24 घंटे के हैं जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि मेघराजा सोरठ पंथक पर कितने मेहरबान हैं.

साउथ गुजरात: पानी के अत्यधिक बहाव के कारण तापी जिले के ग्रामीण इलाकों में निचले स्तर के पुलों को सिस्टम द्वारा बंद कर दिया गया है. जिले की कुल 23 पंचायत स्वामित्व वाली सड़कें बंद हो गई हैं, जिसमें व्यारा 3, डोलवां 2, वालोद 3 और सोनगढ़ 15 पंचायत स्वामित्व वाली सड़कें बंद होने से वाहन चालकों और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ गई है.

जिले में हुई बारिश से जिले के सात तालुका में 2.5 इंच से अधिक बारिश हुई है, जिसके चलते करीब 23 सड़कें बंद हो गई हैं. सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक कुकरमुंडा में जिले में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. पिछले 6 घंटे में करमुदा में सबसे ज्यादा चार इंच बारिश हुई है. कुकरमुंडा में नदियों के दो तटों पर चार इंच से अधिक बारिश हुई, जबकि व्यारा डोलवान में भी दो इंच से अधिक बारिश हुई. जिले में लगातार हो रही बारिश के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है.

निम्न स्तर के पुल: भारी बारिश के कारण, तालुका पंचायत के स्वामित्व वाले निम्न स्तर के पुल भारी बारिश के कारण बंद हो गए हैं, व्यारा में 3, डोलवान में 2, वालोड में 3 और सोनगढ़ में 15. कुल 23 निम्न स्तर के पुल हैं, जिन्हें बंद कर दिया गया है. तापी जिले में 7. व्यारा में 2.25 इंच, वालोड में 1.25 इंच, सोनगढ़ में 1 इंच, डोलवान में 2.25 इंच, उच्छल में .50 इंच, निज़ार में 2.75 इंच, कुकरमुंडा तालुका में 4 इंच बारिश दर्ज की गई है.

महत्वपूर्ण निर्णय: तापी जिले में मुसाद धार में बारिश, कुकरमुंडा तालुका में तापी जिले में सबसे अधिक 4 इंच बारिश दर्ज की गई, तापी जिले में पिछले 24 घंटों से सार्वभौमिक बारिश हो रही है. तापी जिला प्रशासन की ओर से एक अहम फैसला लिया गया है, जिसे लेकर करीब 23 गांवों के रास्ते बंद हो गए हैं और कई गांवों का संपर्क कट गया है.

गुरुवार को उपलेटा में सबसे ज्यादा बारिश की जानकारी सामने आई है जबकि उपलेटा के पास का बांध 80% भर गया है, तंत्र ने नदी के किनारे के गांवों को सतर्क कर दिया है. उपलेटा तालुक के गाधेथड गांव के पास सिंचाई योजना संख्या 153 वेणु-2 बांध भारी बारिश के कारण 80% भर गया है.

बांध में वर्तमान में 07 बजे 16666 क्यूसेक प्रवाह प्राप्त हो रहा है. बांध की कुल सतह 55 मीटर है और वर्तमान स्तर 53.21 है, जब भी पानी की आय बढ़ेगी तो बांध के द्वार खोले जाने की संभावना है. इसलिए उपलेटा तालुका के गधेथड, वरजंगजालिया, मेखतिंबी, नागवादर, निलाखा और नदी के किनारे के सभी गांवों के लोगों को नदी तल या तटीय क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं है.

राजकोट जिले में बारिश का मौसम देखा गया, जिसमें शुक्रवार को सुबह छह बजे तक सभी तालुकों में मेघ मेहर दिखाई दिया, जिसके बाद शाम को भारी बारिश के कारण विजिबिलिटी जीरो रही. अधिकतम 56 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है. राजकोट जिले के सभी तालुकाओं में बारिश धीरे-धीरे हो रहा है. उपलेटा तालुक में 56 मिमी, जसदान तालुक में 45 मिमी, धोराजी तालुक में 30 मिमी, जामकंडोराना तालुक में 33 मिमी, जेतपुर तालुक में 27 मिमी, गोंडल तालुक में 10 मिमी, कोटदासंगनी तालुक में 8 मिमी, लोधिका तालुक में 5 मिमी, 2 इंच बारिश हुई.

भारी बारिश: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, गुजरात समेत सौराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, जिसमें राजकोट जिले के अंदर भी गुरुवार को सार्वभौमिक बारिश देखने को मिली है. पिछले दो दिनों से राजकोट शहर और जिला भार तथा आसपास के सौराष्ट्र पंथक में बारिश भारी बारिश हुई. वहीं बारिश होते ही किसानों में खुशी का माहौल है.

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जूनागढ़ में एक ही दिन में कुल 11 इंच बारिश

गांधीनगर: पिछले 24 घंटों के दौरान गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लगातार और मूसलाधार बारिश के कारण जूनागढ़, विसावदर, ऊना, वेरावल, तलाला, कोडिनार समेत तमाम शहरों में आपदा जैसे दृश्य कैमरे में कैद हो रहे हैं. भारी बारिश के कारण जलाशय और नदियाँ भी लबालब भर गईं हैं और सभी शहरों की सड़कों पर नदियाँ बह रही हैं. एक दिन में 11 इंच तक बारिश होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

भारी बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग ने जूनागढ़ और गिर सोमनाथ जिलों और खासकर तटीय इलाके में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं. गुरुवार को गुजरात में 11 इंच की बारिश हुई है. अभी लोग इससे बाहर भी नहीं निकल पाए थे कि आज एक बार फिर भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है. अगर आज भी भारी बारिश हुई तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है. पहली बारिश से सभी जलाशयों, बांधों और नदी नालों में पानी भर गया है. अब यह तय लग रहा है कि बारिश लोगों की परेशानी बढ़ाएगी.

पिछले 24 घंटों के दौरान सोरठ पंथक में बेहद भारी बारिश हुई है. सबसे अधिक बारिश जूनागढ़ शहर और तालुक में 10.45 इंच दर्ज की गई. फिर सोमनाथ जिले के तलाला में करीब सात इंच बारिश दर्ज की गई है. जूनागढ़ के मेंदारा में 6.45 इंच, विसावदर में 6.15 इंच, सोमनाथ के सूत्रपाड़ा में 6.45 इंच, ऊना में 5.15 इंच, भेसान में 5.74 इंच और वेरावल में 4.70 इंच बारिश हुई है. बारिश के आंकड़े 24 घंटे के हैं जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि मेघराजा सोरठ पंथक पर कितने मेहरबान हैं.

साउथ गुजरात: पानी के अत्यधिक बहाव के कारण तापी जिले के ग्रामीण इलाकों में निचले स्तर के पुलों को सिस्टम द्वारा बंद कर दिया गया है. जिले की कुल 23 पंचायत स्वामित्व वाली सड़कें बंद हो गई हैं, जिसमें व्यारा 3, डोलवां 2, वालोद 3 और सोनगढ़ 15 पंचायत स्वामित्व वाली सड़कें बंद होने से वाहन चालकों और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ गई है.

जिले में हुई बारिश से जिले के सात तालुका में 2.5 इंच से अधिक बारिश हुई है, जिसके चलते करीब 23 सड़कें बंद हो गई हैं. सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक कुकरमुंडा में जिले में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. पिछले 6 घंटे में करमुदा में सबसे ज्यादा चार इंच बारिश हुई है. कुकरमुंडा में नदियों के दो तटों पर चार इंच से अधिक बारिश हुई, जबकि व्यारा डोलवान में भी दो इंच से अधिक बारिश हुई. जिले में लगातार हो रही बारिश के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है.

निम्न स्तर के पुल: भारी बारिश के कारण, तालुका पंचायत के स्वामित्व वाले निम्न स्तर के पुल भारी बारिश के कारण बंद हो गए हैं, व्यारा में 3, डोलवान में 2, वालोड में 3 और सोनगढ़ में 15. कुल 23 निम्न स्तर के पुल हैं, जिन्हें बंद कर दिया गया है. तापी जिले में 7. व्यारा में 2.25 इंच, वालोड में 1.25 इंच, सोनगढ़ में 1 इंच, डोलवान में 2.25 इंच, उच्छल में .50 इंच, निज़ार में 2.75 इंच, कुकरमुंडा तालुका में 4 इंच बारिश दर्ज की गई है.

महत्वपूर्ण निर्णय: तापी जिले में मुसाद धार में बारिश, कुकरमुंडा तालुका में तापी जिले में सबसे अधिक 4 इंच बारिश दर्ज की गई, तापी जिले में पिछले 24 घंटों से सार्वभौमिक बारिश हो रही है. तापी जिला प्रशासन की ओर से एक अहम फैसला लिया गया है, जिसे लेकर करीब 23 गांवों के रास्ते बंद हो गए हैं और कई गांवों का संपर्क कट गया है.

गुरुवार को उपलेटा में सबसे ज्यादा बारिश की जानकारी सामने आई है जबकि उपलेटा के पास का बांध 80% भर गया है, तंत्र ने नदी के किनारे के गांवों को सतर्क कर दिया है. उपलेटा तालुक के गाधेथड गांव के पास सिंचाई योजना संख्या 153 वेणु-2 बांध भारी बारिश के कारण 80% भर गया है.

बांध में वर्तमान में 07 बजे 16666 क्यूसेक प्रवाह प्राप्त हो रहा है. बांध की कुल सतह 55 मीटर है और वर्तमान स्तर 53.21 है, जब भी पानी की आय बढ़ेगी तो बांध के द्वार खोले जाने की संभावना है. इसलिए उपलेटा तालुका के गधेथड, वरजंगजालिया, मेखतिंबी, नागवादर, निलाखा और नदी के किनारे के सभी गांवों के लोगों को नदी तल या तटीय क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं है.

राजकोट जिले में बारिश का मौसम देखा गया, जिसमें शुक्रवार को सुबह छह बजे तक सभी तालुकों में मेघ मेहर दिखाई दिया, जिसके बाद शाम को भारी बारिश के कारण विजिबिलिटी जीरो रही. अधिकतम 56 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है. राजकोट जिले के सभी तालुकाओं में बारिश धीरे-धीरे हो रहा है. उपलेटा तालुक में 56 मिमी, जसदान तालुक में 45 मिमी, धोराजी तालुक में 30 मिमी, जामकंडोराना तालुक में 33 मिमी, जेतपुर तालुक में 27 मिमी, गोंडल तालुक में 10 मिमी, कोटदासंगनी तालुक में 8 मिमी, लोधिका तालुक में 5 मिमी, 2 इंच बारिश हुई.

भारी बारिश: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, गुजरात समेत सौराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, जिसमें राजकोट जिले के अंदर भी गुरुवार को सार्वभौमिक बारिश देखने को मिली है. पिछले दो दिनों से राजकोट शहर और जिला भार तथा आसपास के सौराष्ट्र पंथक में बारिश भारी बारिश हुई. वहीं बारिश होते ही किसानों में खुशी का माहौल है.

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