कोलकाता/मुर्शिदाबाद: शिक्षक भर्ती घोटाले में टीएमसी नेताओं की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. टीएमसी के नेताओं पर सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है. सीबीआई ने नौकरी भर्ती भ्रष्टाचार मामले में 65 घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद टीएमसी विधायक जीबन कृष्णा साहा को गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई की टीम ने सोमवार सुबह करीब पांच बजे घर से गिरफ्तार किया. सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि साहा से गुप्तचर स्कूल भ्रष्टाचार मामले में पूछताछ की जा रही है.
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि टीएमसी विधायक साहा को शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार की जांच में असहयोग और सबूतों को नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने उनके कार्यालय समेत कई जगहों पर तलाशी ली गई. सीबीआई का दावा है कि भ्रष्टाचार की कड़ी में साहा एक अहम किरदार हैं. सीबीआई का मानना है कि भ्रष्टाचार में साहा को बहुत सारा पैसा मिला है.
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में कथित रूप से अवैध भर्तियों से जुड़े मामले में सीबीआई की टीम 14 अप्रैल से बुरवान से विधायक साहा से पूछताछ कर रही है. अधिकारी ने कहा कि साहा को सोमवार सुबह गिरफ्तार किया गया. सीबीआई की टीम साहा को सीआरपीएफ सुरक्षा वाले वाहनों के काफिले में ले गई है. एक दूसरे सीबीआई अधिकारी ने बताया कि साहा को पूछताछ के लिए कोलकाता सीबीआई कार्यालय ले जाया जाएगा.
ये भी पढ़ें- Bengal School job scam: बंगाल में स्कूल नौकरी घोटाला: तृणमूल कांग्रेस नेताओं के घरों पर सीबीआई की छापेमारी
तालाब से बरामद किया गया फोन: सीबीआई के छापे के दौरान टीएमसी विधायक जीबन कृष्णा साहा के दो मोबाइल फोन में से एक को उनके घर के बगल के एक तालाब से बरामद किया गया है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक तालाब से मिले मोबाइल को डाटा रिकवरी के लिए हैदराबाद स्थित सेंट्रल फॉरेंसिक टीम को भेजा जाएगा.
शिक्षक भर्ती घोटाला मामला साल 2014 का है, तब पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमिशन (SSC) ने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती निकाली थी. उस वक्त पार्थ चटर्जी शिक्षा मंत्री थे. यह मामला कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंचा था. हाईकोर्ट के निर्देश पर केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा मामले की जांच की जा रही है.
(पीटीआई)