अगरतला: तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) की त्रिपुरा इकाई ने आज आरोप लगाया कि 'भाजपा समर्थित गुंडों' ने पूरे राज्य में मनोविकृति का भय फैलाया है और तृणमूल पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को 14 नवंबर को होने वाली रैली और जनसभा में शामिल नहीं होने के लिए धमकाया है.
आज दोपहर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता और टीएमसी के त्रिपुरा प्रभारी राजीब बनर्जी ने दावा किया कि राज्य में लोकतंत्र की मृत्यु हो गई है. उन्होंने कहा कि 'हमारे आयोजन का काम जोरों पर चल रहा है. हर जगह हमारे कार्यकर्ता झंडे और बैनर लगा रहे हैं, लेकिन यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि त्रिपुरा में 'लोकतंत्र की मौत' हो गई है. वे (भाजपा) फासीवादी तरीके से विपक्षी राजनीतिक दल को दबाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. नि:संदेह हमें अनुमति मिल गई है लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं, नेताओं और विभिन्न क्षेत्रों में टीएमसी के समर्थकों को कल से प्रतिरोध और धमकियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने (भाजपा) एक भय मनोविकार फैलाया. वे हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं और वाहन चालकों को कल टीएमसी की रैली और जनसभा में शामिल नहीं होने के लिए डरा रहे हैं.'
राजीब बनर्जी ने कहा कि 'भाजपा समर्थित गुंडे टीएमसी कार्यकर्ताओं के घरों में घुस रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. यह बहुत दुखद है. ऐसी घटनाएं धलाई, उनाकोटी, उत्तरी जिले, दक्षिण जिले और गोमती जिले में हो रही हैं. कुछ जगहों पर वाहनों के चालकों ने धमकी मिलने के बाद हमारे कार्यकर्ताओं को ले जाने से इनकार कर दिया, लेकिन हम रुकेंगे नहीं हम लोगों के लिए अपना विरोध जारी रखेंगे. सांसद काकली घोष दस्तीदास और सांसद महुआ मोइत्रा हमारे कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहेंगे.'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल सांसद सुष्मिता देव (MP Sushmita Dev) ने भी इस घटना की निंदा की और कहा, 'जिस तरह से वे हमारे कार्यकर्ताओं को परेशान कर रहे हैं और 14 नवंबर को सामूहिक सभा में शामिल नहीं होने की धमकी दे रहे हैं, मैंने बीजेपी के कदमों की निंदा की है. यह एक लोकतांत्रिक देश है और हर पार्टी के पास एक समान अधिकार है. हमारा मुख्य उद्देश्य त्रिपुरा के विकास के लिए काम करना है.'
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