तिरुपति: तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के न्यासी बोर्ड ने हाल ही में 2023-24 के लिए 4,411.68 करोड़ रुपये के वार्षिक बजट को मंजूरी दी है. अनुमान है कि 1,591 करोड़ रुपये हुंडी (दान-पात्र) के जरिए जुटाए जाएंगे. कोविड के बाद हुंडी की आय में जबर्दस्त इजाफा हुआ है और यह प्रतिदिन औसतन 4.42 करोड़ रुपए आ रही है. अधिकारियों को उम्मीद है कि अगला वित्त वर्ष भी इसी स्तर पर रहेगा.
2022-23 के बजट की तुलना में अगले वित्त वर्ष के बजट में 1,315.28 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की गई है. इसमें 1,532 करोड़ रुपये कर्मचारियों, पड़ोस और संविदा सेवा कर्मचारियों के वेतन पर खर्च किए जाएंगे. उपकरणों की खरीद पर 690.50 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. कोष और अन्य निवेश के लिए 600 करोड़ रुपये शामिल किए गए हैं.
अगले वित्तीय वर्ष की आरंभिक शेषराशि 291.85 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. टीटीडी ने हाल ही में कुछ शयनगृहों (dormitories ) के साथ-साथ कल्याण मंडपों का किराया बढ़ाया है, जिससे आने वाले वर्ष में आय में वृद्धि होगी. आवास एवं कल्याण केन्द्रों से चालू वर्ष में जहां 118 करोड़ रुपये की आय होने का अनुमान है, वहीं बजट में यह भी शामिल किया गया है कि आगामी वित्तीय वर्ष में 129 करोड़ रुपये आयेंगे.
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ब्याज आय में वृद्धि: टीटीडी ने अनुमान लगाया है कि इस वित्त वर्ष में विभिन्न बैंकों में जमा नकदी और सोने से ब्याज के रूप में 813 करोड़ रुपये आएगा. उम्मीद है कि आने वाले वित्तीय वर्ष में 990 करोड़ रुपये आएंगे. इसका मतलब यह है कि उम्मीद की जा रही है कि ब्याज से होने वाली मौजूदा आय से 177 करोड़ रुपये ज्यादा होंगे. वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट अनुमान प्रारंभ में 3,096.40 करोड़ रुपये रखा गया. संशोधित अनुमान के मुताबिक चालू वित्त वर्ष (2022-23) के अंत तक इसके 4,385.25 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है. संशोधित अनुमान के अनुसार वित्तीय वर्ष के अंत तक लगभग 1,613 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे.