यवतमाल (महाराष्ट्र): पंडारकवाड़ा वन मुकुटबन रेंज के मंगुरला इलाके में आरक्षित वन सेल नंबर- 30 में नाला गुफा के पास एक मृत बाघिन मिली है. इस चार साल के बाघिन के गले में चोट का निशान है जिसे देखने पर लगता है कि उसका लगा धारदार चाकू से काट दिया गया है. मृत बाघ को जंगल के एक गुफा में मिला जिसके प्रवेश मार्ग पर आग लगा दी गई थी.
खबर पाकर घटनास्थल पर प्रभागीय वनाधिकारी (वन्यजीव) सुभाष पुराणिक, वन रेंज अधिकारी वीजी वेयर (मुकुटबन), नागपुर के मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) प्रकाश महाजन प्रधान और दिल्ली से राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के वन्यजीव रेंजर डॉ. रमजान विरानी घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण कर रहे हैं.
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प्रभागीय वन अधिकारी (वन्यजीव) सुभाष पुराणिक ने बताया कि आसपास की स्थिति को देखकर बाघिन के शिकार होने का संदेह किया जा रहा है.
घटनास्थल पर पेंच टाइगर प्रोजेक्ट (नागपुर) के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. चेतन पटोंड, डॉ. अरुण जाधव, डॉ. एसएस चौहान (जारी), डॉ. डीजी जाधव, (मुकुटबन) और डॉ. वीसी जगड़े (मारेगांव) ने शव का परीक्षण किया है.
शव परीक्षण की रिपोर्ट आने के बाद बाघिन के मृत्यु के सही कारण का पता चलेगा. इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज किया गया है और इसकी जांच पंढारकवाड़ा के सहायक वन रेंजर कर रहे हैं.