कोलकाता: पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलापन बंदोपाध्याय को जान से मारने की धमकी देने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बंगाल पुलिस ने इसकी जानकारी दी.
कोलकाता पुलिस ने जानकारी दी है कि इस मामले में केपीसी मेडिकल कॉलेज जादवपुर के एक डॉक्टर, एक टाइपिस्ट और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि डॉक्टर मानसिक बीमारी से पीड़ित है.
बीते महीने अलापन बंदोपाध्याय की पत्नी सोनाली चक्रवर्ती को एक धमकी भरी चिट्ठी मिली थी. चिट्ठी में उनके पति को जान से मारने की धमकी दी गई थी. सोनाली कलकत्ता विश्वविद्यालय की कुलपति हैं. चिट्ठी में लिखा था, 'मैडम, आपके पति को मार दिया जाएगा. आपके पति की जान कोई नहीं बचा सकता.
एक सूचना के आधार पर सोमवार को बैलीगंज इलाके से पुलिस ने एक टाइपिस्ट को गिरफ्तार किया. जानकारी के मुताबिक, टाइपिस्ट ने यह स्वीकार कर लिया है कि जान से मारने वाली धमकी की चिट्ठी उसी ने टाइप की थी. इस आरोपी से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने बाद में एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया, जो शहर के ही एक मेडिकल कॉलेज में काम करता है.
पुलिस के मुताबिक, राजा राममोहन सरानी इलाके से गिरफ्तार इसी डॉक्टर ने अपने ड्राइवर को टाइपिस्ट के पास चिट्ठी का ड्राफ्ट लेकर भेजा था. पुलिस ने बताया कि डॉक्टर ने ऐसी चिट्ठी पहले भी कई लोगों को भेजी है. संभवतः डॉक्टर किसी मानसिक बीमारी से जूझ रहा है. पुलिस ने कहा कि मामले की जांच अभी जारी है.
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बता दें, अलापन बंदोपाध्याय पश्चिम बंगाल कैडर के 1987 बैच के वही आईएएस अधिकारी हैं, जो प्रधानमंत्री की बैठक में देरी से पहुंचे थे. यास चक्रवात के बाद जब पीएम नरेंद्र मोदी समीक्षा बैठक के लिए बंगाल पहुंचे थे तो इस मीटिंग में पीएम मोदी को आधे घंटे तक सीएम ममता बनर्जी का इंतजार करना पड़ा था. उस समय राज्य के मुख्य सचिव रहे अलापन बंद्योपाध्याय भी बैठक में देरी से पहुंचे थे. उसके बाद केंद्र सरकार ने अलापन बंद्योपाध्याय को दिल्ली तलब किया था.