सांगली : सांगली के वलवा तालुका में मामूली सी कहासुनी के बाद गुस्से में तीन युवकों ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी. हत्या के आरोप में आष्टा पुलिस ने रविवार को तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, तीनों आरोपियों ने पीड़ित का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी. बाद में उसके मृत शरीर को जला दिया. फिर उसकी राख और अस्थियों को पास के नदी में फेंक दिया. घटना का पता तब चला जब पीड़िता के दोस्तों ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई.
पीड़ित की पहचान ओंकार रक्ते के रूप में हुई है, जिसका फरवरी में किसी मामूली बात को लेकर आरोपी सममेद सवालवाडे (26) से झगड़ा हो गया था. झगड़े से गुस्साए आरोपी ने दो अन्य भरत काटकर (36) और राकेश हालुंडे (23) के साथ पीड़िता को मारने की योजना बनाई. फिर तीनों ने मिलकर योजना को अंजाम दिया. 27 फरवरी को सुबह करीब नौ बजे आरोपियों ने ओंकार का डांगे कॉलेज से अपहरण कर लिया. कई दिनों तक जब वह घर नहीं लौटा तो उसके दोस्त ने आष्टा थाने में गुमशुदगी दर्ज करायी.
स्थानीय अपराध जांच शाखा के साथ अधिकारियों की एक टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है. जांच के दौरान, एक अज्ञात सूत्र ने उन्हें बताया कि ओंकार के दोस्त सम्मेद सवालवाडे ने उसका अपहरण कर लिया है. पुलिस ने पूछताछ के लिए सममेद, उसके बाद भरत और राकेश को हिरासत में लिया, इस दौरान उन्होंने अपराध कबूल कर लिया और विवरण उगल दिया. ओंकार को अगवा करने के बाद आरोपितों ने ओंकार को अष्ट इस्लामपुर मार्ग स्थित लोकमान्य स्कूल के समीप एक इलाके में ले जाकर बेरहमी से पीटा. गंभीर रूप से घायल ओंकार की मफलर से गला घोंटकर हत्या कर दी.
आरोपी ने बताया कि सबूत छिपाने के लिए उसने उसके शरीर को श्मशान में जला दिया. उसकी राख और हड्डियों को वलवा तालुका में कृष्णा नदी में फेंक दिया. पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. आगे की जांच के साथ, पुलिस ओंकार की अस्थियों को कृष्णा नदी में खोजने का प्रयास कर रही है.