नई दिल्ली/गुरुग्राम : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में एक हफ्ते की लॉकडाउन की घोषणा करते हुए प्रवासी लोगों से दिल्ली नहीं छोड़कर जाने की अपील की और कहा 'मैं हूं ना', लेकिन उसके बाद भी यहां आनंद विहार आईएसबीटी पर हजारों लोगों को अपने घर रवाना होने के लिए बस पाने की कोशिश करते देखा गया.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आनंद विहार पर आईएसबीटी और रेलवे स्टेशन पर 5,000 से अधिक लोग पहुंच गए और यह संख्या बढ़ती जा रही है.
इससे पहले केजरीवाल ने दिन में लॉकडाउन की घोषणा करते हुए राजधानी में रहने वाले बाहरी कामगारों से अपील की थी कि यह लॉकडाउन छोटा रहने की उम्मीद है, इसलिए वे दिल्ली छोड़कर नहीं जाएं.
राजधानी में सोमवार रात 10 बजे से अगले सोमवार सुबह पांच बजे तक के लॉकडाउन की घोषणा करते हुए केजरीवाल ने कहा, 'मैं हूं ना, मुझ पर भरोसा रखो.'
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन की अचानक घोषणा के बाद हजारों की संख्या में लोग आनंद विहार आईएसबीटी पहुंचने लगे.
इलाके में तैनात पुलिसकर्मी भी लोगों को समझाने और लौटाने की कोशिश कर रहे हैं.
हालांकि प्रवासी कामगारों को आशंका है कि दिल्ली में रोजाना कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, ऐसे में लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है.
दिलशाद गार्डन के एक कपड़ा कारखाने में काम करने वाले और उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी मुकेश प्रताप ने कहा कि वह अपने घर जाना चाहते हैं क्योंकि लॉकडाउन बढ़ने के पूरे आसार हैं.
पिछले साल भी देश में लॉकडाउन की घोषणा के बाद दिल्ली में काम करने वाले बिहार, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के प्रवासियों को बसों, अन्य वाहनों और यहां तक कि पैदल भी अपने घरों की ओर लौटते देखा गया था.
गुरुग्राम से भी पलायन शुरू
उधर, दिल्ली में लॉकडाउन लगने के बाद प्रवासी मजदूरों को डर है कि कहीं हरियाणा सरकार भी राज्य में लॉकडाउन लगाने की घोषणा ना कर दें. इसी डर के चलते वह अब गुरुग्राम छोड़ कर अपने गृह राज्य जा रहे हैं.
इनमें से ज्यादातर यूपी के सुदूर इलाकों या बिहार के प्रवासी नागरिक या मजदूर हैं, और सभी के मन में एक ही डर या एक ही भ्रांति है कि नाइट कर्फ्यू के बाद कहीं फिर से लॉकडाउन ना लग जाए
हालांकि हरियाणा सरकार लगातार कह रही है कि प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा, लेकिन जिस तरह से पड़ोसी राज्य दिल्ली में लॉकडाउन के आदेश जारी हुए उसके बाद गुरुग्राम में लोग भारी संख्या में पलायन करने लगे हैं.
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गुरुग्राम एक औद्योगिक नगरी है जहां यूपी, बिहार, बंगाल, उत्तराखंड जैसे राज्यों से लोग नौकरी करने आते हैं. ऐसे में अगर प्रवासियों का पलायन नहीं रुका तो आने वाले कुछ दिनों में गुरुग्राम की औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों की कमी हो सकती है.