करीमनगर : स्वर्गीय कवि रविन्द्र नाथ टैगोर द्वारा रचित मूल कविता 'जन गण मन' को पूरा गाकर करीमनगर कस्बे की एक युवती अर्चना ने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह बनाई है. आजादी का अमृत महोत्सव के सिलसिले में उन्होंने रविन्द्र नाथ टैगोर द्वारा रचित 'जन गण मन' को लगातार 75 बार गाया है. गौरतलब है कि टैगोर की इसी कविता के पहले अंतरे को देश के राष्ट्रगान के रूप में गाया जाता है. इस कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व मेयर रविंदर सिंह ने करीमनगर शहर के एक होटल में किया.
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अर्चना ने कहा कि मूल कविता में पांच अंतरे हैं. पहले अंतरे की तरह की प्रत्येक अंतरे को गाने में 52-52 सेकंड का समय लगा है. पूरी कविता को गाने में लगभग 6 मिनट का समय लगेगा. उन्होंने कहा कि 'जन गण मन' को लगातार 75 बार गाने में करीब 7 घंटे का समय लगा. अर्चना ने बताया कि उसने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की अनुमति से गायन के बीच में 20 मिनट का ब्रेक लिया. अर्चना ने कहा कि 50 बार चेक करने के बाद उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की इजाजत मिली. उन्होंने बताया कि बचपन से ही उन्हें 'जन गण मन' गाने का शौक था.