सिद्दीपेट : तेलंगाना के सिद्दीपेट नगर उप पंजीयक कार्यालय (Siddipet Nagar Sub Registrar Office of Telangana) में सोमवार दोपहर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब फिल्मी स्टाइल में फायरिंग करते हुए बदमाशों ने कार चालक से 43 लाख रुपये लूट लिए. घटना के बाद पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है. सिद्दीपेट की सीपी श्वेता ने बताया कि 15 विशेष टीमें बनाकर आरोपियों की तलाश (Search for the accused by forming 15 special teams) की जा रही है.
कुछ इस तरह हुई वारदात
सिद्दीपेट निवासी व चेरियाला अंचल के दोममाता के पूर्व सरपंच वकुलभरन नरसैय्या, जो कि रियल एस्टेट कारोबारी भी हैं बताया कि डेढ़ महीने पहले उन्होंने सिद्दीपेट में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में 176 गज जमीन एक सरकारी शिक्षक श्रीधर रेड्डी को बेचने के लिए सहमति व्यक्त की थी. उन्होंने अपनी जमीन 64.24 लाख रुपये में बेचने का समझौता किया. श्रीधर ने नरसैया को 20 लाख रुपये अग्रिम भी दिए. साथ ही तय हुआ कि शेष राशि का भुगतान पंजीकरण के समय किया जाएगा.
सोमवार को जब श्रीधर ने बाकी के बचे 43 लाख रुपये नरसैया को दे दिए. श्रीधर से पैसे लेकर नरसैया ने अपने बैग में रखा और भूमि पंजीकरण के लिए पंजीकरण अधिकारी के पास पहुंचे. इसी दौरान दो अज्ञात व्यक्ति मुंह पर नकाब व टोपी पहने बाइक से निबंधन कार्यालय पहुंचे. उन्होंने कार में पैसे रखने वाले नरसैया की कार का दरवाजा खोलने की कोशिश की. कार में मौजूद कार चालक परशुरामुलु ने यह देखा और कार को स्टार्ट किया और कुछ दूर चला गया. तभी गुंडों ने बंदूक से फायरिंग शुरू कर दी और कार का शीशा क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके बाद वे पैसे का बैग लेकर वहां से फरार हो गए. जब उन्होंने भागने की कोशिश की तो उनकी बंदूक कार में ही गिर गई.
इस घटनाक्रम चालक परशुरामुलु घायल हो गया. पंजीकरण कार्यालय से बाहर निकले नरसैय्या ने जल्द ही पुलिस को सूचना दी और चालक को पास के अस्पताल में पहुंचाया. सिद्दीपेट पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना के बारे में पूछताछ की और नरसैय्या की शिकायत के अनुसार मामला दर्ज किया. पुलिस आयुक्त श्वेता ने कहा कि 15 विशेष टीमें और टास्क फोर्स आरोपियों की तलाश कर रही है. उन्होंने बताया कि वे शहर भर में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं.
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नरसैय्या ने खरीदार श्रीधर रेड्डी पर ही संदेह जताया है. उसने पुलिस को बताया कि उन दोनों को ही पैसे के लेन-देन की जानकारी थी. उन्होंने यहां तक कहा कि जमीन को लेकर उनके बीच मतभेद रहे हैं. श्रीधर ने वास्तु सहित कुछ मामलों पर आपत्ति की थी. इसलिए मैंने दाम करी 1.28 लाख कम कर दिए थे. वहीं श्रीधर रेड्डी ने कहा कि उनके खिलाफ आरोप झूठे हैं और वह जांच के लिए तैयार हैं. वन टाउन सीआई भिक्षापति ने कहा कि मकान मालिक नरसैय्या द्वारा दर्ज शिकायत के बाद दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.