हैदराबाद : केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने शुक्रवार को कहा कि देश आतंकवाद, उग्रवाद, सांप्रदायिकता, धार्मिक कट्टरवाद और वामपंथी चरमपंथ जैसी कई गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है और कहा कि इनसे निपटने में पुलिस अधिकारियों की भूमिका अहम है.
आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में आयोजित भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 72वें बैच के परिवीक्षार्थियों की पासिंग आउट परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए राय ने कहा कि करीब 2,000 पुलिस कर्मी-अग्रिम मोर्चा योद्धाओं ने मौजूदा वैश्विक महामारी के दौरान कोविड-19 से लड़ते हुए अपनी जान गंवा दी है.
उन्होंने कहा, देश आतंकवाद, उग्रवाद, सांप्रदायिकता, धार्मिक कट्टरवाद और वामपंथी चरमपंथ, साइबर अपराध आदि जैसी गंभीर समस्याओं में उलझा हुआ है और साजिशें होती जा रही हैं.विज्ञप्ति में राय के हवाले से कहा गया कि प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और नागरिकों को यकीन है कि भारतीय पुलिस सेवा के युवा अधिकारी इस महान देश और इसके नागरिकों को इन खतरों से बचाने का महत्त्वपूर्ण कार्य करेंगे.
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नित्यानंद ने कहा कि अधिकारियों को लोगों के साथ बेहतर जुड़ाव के लिए सामुदायिक पुलिसिया पहलों की दिशा में सक्रियता से काम करना चाहिए और जो कोई भी पहल की जाए उसे समुदाय की ताकत से मजबूत किया जा सकता है. राय ने कहा कि महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ अपराध समाज में अब भी चिंता का कारण बना हुआ है और इससे निपटना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए.
उन्होंने अधिकारियों से उनके तहत काम करने वाले पुरुषों एवं महिलाओं को नई प्रौद्योगिकियों पर हर साल कम से कम 100 घंटे के लिए प्रशिक्षण देने की भी अपील की.विज्ञप्ति के मुताबिक 33 महिला अधिकारियों सहित 144 युवा आईपीएस परिवीक्षार्थियों और कुल 34 विदेशी परिवीक्षाधीनों- नेपाल पुलिस से 10, रॉयल भूटान पुलिस से 12, मालदीव पुलिस सेवा से सात तथा मॉरीशस पुलिस बल से पांच ने भी परेड में भाग लिया है.
(पीटीआई-भाषा)