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सीजेआई एसए बोबडे का उत्तराधिकारी कौन? कानून मंत्री ने पत्र लिखकर पूछा - एस ए बोबडे से अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करने को कहा

प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे के सेवानिवृत्त होने में एक महीने से भी कम समय बचा है, ऐसे में सरकार ने नए सीजेआई की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है और उनसे अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करने को कहा है.

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Published : Mar 20, 2021, 11:05 PM IST

नई दिल्ली : प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे के सेवानिवृत्त होने में एक महीने से भी कम समय बचा है, ऐसे में सरकार ने नए सीजेआई की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उनसे अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करने को कहा है. सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी.

कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने 23 अप्रैल को सेवानिवृत्त होने जा रहे न्यायमूर्ति बोबडे को शुक्रवार को एक पत्र भेज कर नए प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) के नाम की सिफारिश करने को कहा है. उच्चतर न्यायपालिका के सदस्यों की नियुक्ति के लिए मानक प्रक्रिया के तहत कि प्रधान न्यायाधीश के तौर पर नियुक्ति उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश की होनी चाहिए. जो इस पद के लिए उपयुक्त माने जाएं.

प्रधान न्यायाधीश की नियुक्ति की प्रक्रिया के तहत नाम की सिफारिश मिलने के बाद कानून मंत्री उसे प्रधानमंत्री के समक्ष रखते हैं. जो राष्ट्रपति को नियुक्ति के विषय में सलाह देते हैं. सीजेआई बोबडे के बाद न्यायमूर्ति एन वी रमण शीर्ष न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश हैं.

यह भी पढ़ें-देश के उच्च न्यायालयों में कम हो रहे न्यायाधीश, 40 फीसदी तक पद खाली

न्यायमूर्ति रमण का उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीश के तौर पर कार्यकाल 26 अगस्त 2022 तक है.

नई दिल्ली : प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे के सेवानिवृत्त होने में एक महीने से भी कम समय बचा है, ऐसे में सरकार ने नए सीजेआई की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उनसे अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करने को कहा है. सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी.

कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने 23 अप्रैल को सेवानिवृत्त होने जा रहे न्यायमूर्ति बोबडे को शुक्रवार को एक पत्र भेज कर नए प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) के नाम की सिफारिश करने को कहा है. उच्चतर न्यायपालिका के सदस्यों की नियुक्ति के लिए मानक प्रक्रिया के तहत कि प्रधान न्यायाधीश के तौर पर नियुक्ति उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश की होनी चाहिए. जो इस पद के लिए उपयुक्त माने जाएं.

प्रधान न्यायाधीश की नियुक्ति की प्रक्रिया के तहत नाम की सिफारिश मिलने के बाद कानून मंत्री उसे प्रधानमंत्री के समक्ष रखते हैं. जो राष्ट्रपति को नियुक्ति के विषय में सलाह देते हैं. सीजेआई बोबडे के बाद न्यायमूर्ति एन वी रमण शीर्ष न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश हैं.

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न्यायमूर्ति रमण का उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीश के तौर पर कार्यकाल 26 अगस्त 2022 तक है.

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